फर्रुखाबाद: जिला जेल में बलात्कार के आरोपी बंदी द्वारा शुक्रवार की सुबह पीपल के पेड़ से फांसी पर लटक जाने की खबर पर डीआईजी शरद कुलश्रेष्ठ ने जिला जेल व लोहिया अस्पताल पहुंचकर जांच पड़ताल की। उन्होंने इस सम्बंध में जेल अधिकारियों से बातचीत की। बातचीत के दौरान जेल अधिकारियों के तर्कों से डीआईजी संतुष्ट दिखायी नहीं दिये।
विदित हो कि जिला जेल के बंदी सुनील उर्फ चंकी निवासी मेरापुर बीते दो वर्ष से बलात्कार के आरोप में जिला जेल की बैरक नम्बर 7ए में बंद है। शुक्रवार को सुबह सुनील ने बैरक के पीछे खड़े पीपल के पेड़ से अपने ही अंगोछे से लटक कर फांसी लगा ली। जब यह दृश्य साथ के अन्य कैदियों को दिखा तो जेल में हंगामा हो गया। घटना की सूचना जेल अधिकारियों को लगते ही अधिकारियों के हाथ पांव फूल गये व सूचना उच्चाधिकारियों को भी दी गयी। गंभीर अवस्था में कैदी को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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कैदी द्वारा फांसी लगा लेने की सूचना डीआईजी शरद कुलश्रेष्ठ को दी गयी। डीआईजी ने जिला जेल पहुंचकर जेल अधिकारियों से बातचीत की। बातचीत के दौरान जब डीआईजी संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होंने लोहिया अस्पताल पहुंचकर कैदी सुनील के हालचाल लिये। उन्होंने कैदी सुनील से भी आत्महत्या की बजह पूछी लेकिन कोई भी मामला साफ नहीं हो सका।
इस सम्बंध में उन्होंने कहा कि वह कल शनिवार को यहां रुककर मामले की जांच करेंगे। साफ तौर पर वह जेल अधिकारियों द्वारा घटना के सम्बंध में किये गये तर्कों से संतुष्ट नजर नहीं आये।