FARRUKHABAD : कहते हैं गलत फहमी बसे घर को दो पल में उजाड़ देती है, ऐसा ही शायद नरकसा रानीबाग निवासी दीपक के साथ हुआ। दीपक का विवाह दो वर्ष पूर्व दीनदयाल बाग निवासी सरिता के साथ हुआ था। लेकिन विवाह के एक वर्ष बाद दोनो के बीच इस कदर गलतफहमी घर कर गयी कि दोनो ने एक दूसरे के साथ रहने से ही मना कर दिया। मामला कोर्ट कचहरी तक जा पहुंचा। गुरुवार को महिला थाना प्रभारी ने दोनो को साथ जीने की कसमें खिलाकर साथ साथ भेज दिया।
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दीपक की पत्नी सरिता ने बताया कि दो वर्ष पूर्व जब उसकी शादी हुई थी तो उसे नहीं पता था कि उसके पति दीपक के किसी अन्य महिला से सम्बंध हैं। लेकिन जब उसे शादी के एक वर्ष बाद पति के अवैध सम्बंधों की जानकारी हुई तो उसके दिल पर बहुत बड़ा धक्का लगा। जिससे क्षुब्ध होकर उसने पति का साथ छोड़ दिया।
वहीं शहर के मोहल्ला मनिहारी निवासी अनीश खां ने अपनी पुत्री अफरोज का निकाह गढ़ी खान खाना निवासी मुख्त्यार उर्फ बबलू पुत्र नजमुद्दीन के साथ 7 वर्ष पूर्व की थी। शादी के दो वर्ष बाद ही बबलू के परिजन अतिरिक्त दहेज की मांग करने लगे। जिससे दोनो पति पत्नी में विवाद हो गया।
दोनो जोड़ों को महिला थाना प्रभारी सुभद्रा वर्मा ने समझा बुझाकर साथ जीने की कसमें खिलाई व साथ साथ भेज दिया। दोनो जोड़े वर्षों बाद साथ साथ होकर हंसी खुशी घरों को चले गये।