सपा नेता के सी पाण्‍डेय का स्टिंग करने वाले एसपी को उनके पद से हटाया गया

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लखनऊ| उत्तर प्रदेश की सपा सरकार जब से सत्ता में आई है तभी से कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है| अभी हाल ही में समाजवादी पार्टी के नेता के सी पाण्‍डेय का स्टिंग करके पशु तस्करी का भंडाफोड़ कर उनको बेनकाब करने वाले गोंडा के एसपी नवनीत राणा को इनाम देने के बजाय उनको उनके पद से ही हटा दिया गया है| सत्ता पर काबिज़ होने से पहले प्रदेश की कानून एवं व्यवस्था को सुधारने का दंभ भरने वाली उत्तर प्रदेश सरकार की कलई खुल गई है| सपा सरकार ने इस फैसले से यह साफ़ हो गया है कि बड़ी मछलियों को बचाने के लिए ईमानदारी से काम करने वाले एसपी की बलि ली गई है| जो कार्यवाही मंत्री पर करनी चाहिए थी वो कार्यवाही निडर होकर काम करने वाले एसपी पर की गई है| उनकी जगह हरिनारायण सिंह को गोंडा का नया एसपी बनाया गया है|
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गौरतलब है कि बीते दिनों के सी पांडेय के खिलाफ खुद गोंडा पुलिस ने स्टिंग आपरेशन किया था। गोंडा पुलिस के मुताबिक, बीते 23 दिसंबर 2012 को शामली जिले के कांधला निवासी आशुतोष पांडेय पुलिस अधीक्षक नवनीत कुमार राणा से मिलने उनके ऑफिस में आया था। उसने गोवंश की तस्करी के ट्रकों को बेरोकटोक जनपद से पास करने के लिए 12 लाख रुपये हर माह देने की पेशकश की। उसी दिन एसपी के सीयूजी नंबर पर के सी पाण्डेय का फोन आया। उसने खुद को राष्ट्रीय सचिव, समाजवादी ब्राह्मण सभा एवं संसदीय बोर्ड का सदस्य बताया था।

उसने एसपी से कहा कि आशुतोष पांडेय से रुपये लेकर ट्रक पास करवा दिए जाएं। एसपी राणा के मुताबिक, के सी पांडेय ने उनको कई बार फोन किया। जिसकी रिकॉर्डिंग भी उनके पास है। गिरफ्तारी से पहले गोंडा के एसपी ने पशु तस्कर का स्टिंग ऑपरेशन भी किया। गोंडा पुलिस के मुताबिक, जब उसने पशु तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की तो के सी पांडेय ने अपने गुर्गे के हाथों पुलिस कप्तान को रिश्वत भिजवाई। गोंडा के एसपी नवनीत राणा ने स्टिंग ऑपरेशन कर उस बातचीत को सामने ला दिया, जिसमें के सी पांडेय फोन पर जानवरों की तस्करी करने वालों की पैरवी कर रहे हैं।

स्टिंग ऑपरेशन से यह साफ़ हो गया था कि के सी पांडेय पशु तस्करों को संरक्षण दे रहे हैं। इसके बावजूद यूपी सरकार ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के बजाय ईमानदारी से अपना काम करने वाले एसपी पर ही कार्यवाही कर रही है| कार्रवाई के नाम पर सिर्फ इतना ही हुआ है कि पुलिस ने पांडेय के उस गुर्गे को गिरफ्तार कर लिया है, जो रिश्वत पहुंचाने आया था। केसी पांडेय को लालबत्ती मिलने की खबर के बाद गोंडा में उनके खिलाफ प्रदर्शन भी हुए थे|