बाबा के उर्स में उमड़ी हजारों अकीदत मंदों की भीड़

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शहर के मोहल्ला नौलक्खा स्थित दरगाह हजरत सैय्यद सुल्तान बख्श शाह रहमतुल्ला अलह का दो दिवसीय सालाना उर्से मुबारक गुरुवार को कुल शरीफ व फातहा के समापन किया गया। बाद नमाजे ईशा जलसा ईद मिलादुन्नवी में मुकामी व बहरूनी शोरा इकराम व उलमा इकराम ने अपने अपने कलामों से महफिल को रूजूह किया। [bannergarden id=”8″]

बाहर से आये हुए मौलाना शरीफ उल हक कादरी साहवरी ने औलिया इकराम पर खिताब किया व मौलाना एजाज अहमद नूरी कानपुरी ने भी अपना खिताब फरमाया। जुमेरात को बाद नमाजे फज्र कुरान ख्वानी व फातहा कुल तखसीम तवर्रुख किया गया। दिन में 11 बजे जलसे का आयोजन किया गया। जलसे की निजामत हाफिज मुमताज वारसी ने की। शायर ऐजाज वारसी का कलाम हर गली गुलाबों से आज हम सजायेंगे, क्या पता मेरे आका किस गली से आयेंगे, महफिल में छा गया। मुकामी शायर हाफिज दिलशाद रहमानी, तारिक ताबिज, ऐजाज हुसैन वारसी, सुहेल वारसी आदि ने नजराने अकीदत पेश किये। वहीं तवर्रुख तखसीम के समय अफरा तफरी के माहौल हो गया।

इस मौके पर दरगाह के मुतवल्ली अनवर जमाल खां, डा0 जेड ऐ खान, सलीम वारसी, राजा कुरैसी, रफीक वारसी आदि उपस्थित रहे।

जश्ने नूरी में उमड़ी अकीदतमंदों की भीड़
जसमई दरबाजा स्थित खानकाहे नूरिया की मजार पर हाफिज नूर मोहम्मद उर्फ नूर उल्लाह शाह आठवें सालाना उर्स का आगाज हुआ। दोपहर एक बजे हजरत हाफिज नूर मोहम्मद उर्फ नूर उल्लाह शाह चिश्ती कादरी नक्शबंदी की आज नजर मुरसीद बरहक हुई। बाद नजर लंगर आम हुआ।
इस मौके पर उर्स की जेरे सरपरस्ती सज्जादा नसीन हाफिज शाह आफताब आलम उर्फ हबीब उल्लाह शाह नूरी चिश्ती की सदारत में हुई। दूर दराज से मुरीदीन व अकीदतमंदों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया।

दरगाह हुसैनिया मुजीबिया में 143वें सालाना उर्स की तैयारी बैठक

दरगाह हुसैनिया मुजीबिया में 143 वें सालाना उर्स की तैयारियों को लेकर दरगाह के मुतवल्ली व सज्जादा नसीन शाह फसीह मुजीबी ने एक प्रेस कान्फ्रेंस का आयोजन किया। जिसमें उन्होंने अवगत कराया कि आगामी 2 फरवरी से दरगाह पर 143वां उर्स का आयोजन मोहल्ला सूफी खां में किया जायेगा।