देश में बह रही अर्थतंत्र एवं जनतंत्र की उल्टी धारा

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फर्रुखाबाद: समाजवादी विचारक स्व राजनारायण की पुण्य तिथि पर समाजवादी पार्टी कार्यालय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में जयनरायण के जीवन और उनके आदर्शों पर चर्चा की गयी। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि देश में अर्थतंत्र एवं जनतंत्र की उल्टी धारा बह रही है। आर्थिक एवं राजनैतिक सत्ता मुट्ठी भर लोगों के हाथ में सिमिटती जा रही है।

कार्यक्रम में बोलते हुए सपा जिला उपाध्यक्ष राजीव शाक्य ने कहा कि स्व0 राजनारायण ने जीवन भर समाजवादी विचारधारा को मजबूत करने का काम किया। उन्होंने कहा था कि जनतंत्र में राजनैतिक विकेन्दीकरण आवश्यक है व आर्थिक विकेन्द्रीकरण की भी भूमिका अहम है। आर्थिक समानता के बिना राजनैतिक समानता लंगड़ी है। देश में आर्थिक एवं जनतंत्र की उल्टी धारा बहायी जा रही है।

जिला महासचिव समीर यादव ने स्वर्गीय राजनारायण के विषय में कहा कि उन्होंने अन्याय और शोषण के खिलाफ ताउम्र लड़ाई लड़ी। वह भारत में समाजवादी आंदोलन के प्रमुख स्तम्भ थे। उनके नेतृत्व मे चली 1942 की क्रांति भारत में प्रसिद्ध है। 1977 में गैर कांग्रेसी सरकार बनने में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। समीर यादव ने कहा कि सभी लोगों को यह प्रण लेना होगा कि अन्याय और शोषण के खिलाफ संघर्ष करेंगे।

इस दौरान वीना शर्मा, राजीव कुमार, सर्वेश बाल्मीक, अरविंद शाहू, दशरथ सिंह पाल, अनुपम प्रजापति, सुषमा जाटव, नीलम शर्मा, ओमप्रकाश चौहान, महेन्द्र पाल, अंकुर सिंह राठौर आदि लोग मौजूद रहे।