फर्रुखाबाद: कहते हैं दोस्ती ही वह रिश्ता है जिस पर हर आदमी आंख बंद करके भरोसा कर लेता है। बुरे वक्त में दोस्त ही दोस्त के काम आता है। लेकिन कभी कभी यह दोस्ती का पवित्र रिश्ता ऐसे तार तार होता है कि इस पर भरोसा करने का भी मन नहीं करता। यह कहना है दोस्त द्वारा धोखे से पकड़ाये गये एक प्रेमी का। जो इस समय शहर कोतवाली की सलाखों के पीछे पहुंच गया है।
अपना दर्द वयां कर रहे प्रेमी रज्जाद पुत्र मुन्ना निवासी किदवई नगर गुरसहायगंज कन्नौज ने बताया कि उसे यह यकीन नहीं था कि उसका करीबी दोस्त उसके साथ कितना बड़ा विश्वास घात करेगा। रज्जाद तिर्वा के एक गाड़ी मालिक शकील के यहां ड्राइविंग का काम करता था। जिसके चलते वह अक्सर राजस्थान जाया करता था। तभी तकरीबन तीन माह पूर्व बाला जी मंदिर के पास उसकी मुलाकात पुठरी नबावगंज निवासी एक युवती से हो गयी। मंदिर में ही बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ तो दोनो एक दूसरे को पसंद कर बैठे और मोबाइल नम्बरों का आदान प्रदान भी हो गया। वक्त गुजरा और घंटों मोबाइल पर बात करने का सिलसिला शुरू हुआ और फिर मिलने की इच्छा भी प्रबल हो गयी। अक्सर दोनो फर्रुखाबाद में आकर मुलाकात करने लगे। तभी एक दिन रज्जाद व जया (परिवर्तित नाम) ने एक दूसरे के होने का फैसला कर लिया। हवालात में बंद प्रेमी रज्जाद ने बताया कि वह खुशबू को लेकर अपने घर गुरसहायगंज पहुंच गया और उसके साथ रहने भी लगा। वहीं युवती जया के परिजनों ने शहर कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज करायी। पुलिस ने भी इस पर काम करना शुरू कर दिया। रज्जाद ने बताया कि उसके एक करीबी दोस्त ने उसके साथ विश्वास घात किया और उसे फोन करके जरूरी काम की बात बताकर कमालगंज टेंपो स्टेड पर बुलाया। जहां पहले से ही पुलिस घात लगाये बैठी थी और पुलिस ने बीते दिन प्रेमी रज्जाद को धर दबोचा तो रज्जाद की दोस्ती की धज्जियां उड़ गयीं। आखिर पुलिस ने दोस्त की गद्दारी के चलते रज्जाद को कोतवाली की सलाखों के पीछे डाल दिया।
पल्ला चौकी इंचार्ज के सी द्विवेदी ने रज्जाक के घर जाकर युवती जया को बरामद कर लिया और सायं 8 बजे कोतवाली ले आयी। खबर लिखे जाने तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था।