फर्रुखाबाद: जनपद के प्राइमरी व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में मिड डे मील के नाम पर सरकारी धन का भले ही बंदरबांट किया जा रहा हो लेकिन बुधवार को मिड डे मील की जांच करने आये एमडीएम उप निदेशक सत्येन्द्र कुमार को सब कुछ ठीक ठाक मिला। जांच की खानापूरी कर उपनिदेशक बैरंग लौट गये।
जिलाधिकारी की बैठक के दौरान मिड डे मील के जनपद स्तरीय जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा सौंपी गयी रिपोर्ट में 271 विद्यालयों में मिड डे मील न बनने की रिपोर्ट दी गयी हो। लेकिन मिड डे मील योजना की हकीकत परखने जनपद में आये मिड डे मील के डिप्टी डायरेक्टर सत्येन्द्र कुमार ने जब प्राथमिक विद्यालय कुइयां, प्राथमिक विद्यालय तिसौर, प्राथमिक विद्यालय दहेलिया सहित राजेपुर पूर्व माध्यमिक विद्यालय के निरीक्षण में सब कुछ ठीक मिला। जबकि जनपद के अधिकांश स्कूलों में मिड डे मील के लिए बनाये गये रसोई घर तक पूर्ण नहीं बनवाये गये हैं। अधिकांश स्कूलों में खाना गैस पर न बनाकर लकड़ियों इत्यादि जलाकर बनाया जाता है। इसके अलावा बच्चों को मीनू के अनुसार तो शायद ही किसी स्कूल में मिड डे मील बनाकर दिया जा रहा हो। यह शायद प्राइमरी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों का दुर्भाग्य ही है कि उच्च स्तरीय अधिकारी भी जानबूझ कर जांच के नाम पर खानापूरी कर वापस हो जाते हैं।