रमन हत्‍याकांड: मास्‍टर माइंड तांत्रिक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से कोसों दूर

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फर्रुखाबाद: लोमहर्षक रमन हत्‍याकांड के मुख्‍य आरोपी आज भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं। मासूम रमन हत्‍यारे तांत्रिक के चंगुल में कैसे फंसा इसका भी जवाब पुलिस के पास नहीं है। इस दौरान बच्‍चे को तांत्रिक को सौंपने के संदेह में पकड़ी गयी महिला को भी पुलिस ने छोड़ दिया है।

घर में गड़े खजाने की ख्वाइश में मासूम रमन की हत्या के बाद ग्राम गढ़िया में ग्रामीण अभी भी सहमे हुए हैं। रमन के पिता राम प्रकाश तो डर की वजह से अब भो कुछ बोल ही नहीं पा रहे हैं। उसके चाचा नरवीर, ग्रामीण सर्वेश और सचिन का मानना है कि पुलिस घटना के मास्टर माइंड तांत्रिक को गिरफ्तारी में ढिलाई बरत रही है। घटना के दूसरे दिन पकड़ी गयी महिला की भूमिका पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है। क्योंकि ग्रामीणों को संदेह है कि रमन को बलि के लिए पकड़ कर बाबा को सौंपने का काम उस महिला ने ही किया। पता चला है कि इस गाँव में पहले भी ऐसे ही 3 बच्चों की मौत हो चुकी है। पुलिस द्वारा गढ़ी गई कहानी लोगों के गले नहीं उतर रही है। लोगों का मामला है कि पुलिस ने मास्टर माइंड की तलाश किये बिना ही मनगड़ंत कहानी के आधार पर प्रदीप और किशन पाल को जेल भेज दिया। ग्रामीणों का कहना है कि प्रदीप जिस मेडिकल कालेज में काम करता है और वह महिला भी उसी मेडिकल कालेज में कार्यरत है। माना जा रहा है कि बच्चे को बहला फुसलाकर ले जाने इस महिला की मुख्य भूमिका रही। लेकिन पुलिस ने इस महिला को छोड़ दिया है। पुलिस तांत्रिक बाबा हरनाथ सिंह को भी नहीं पकड़ पाई है जिसके द्वारा बलि देने की बात कही जा रही है। हालाँकि जेल भेजे जाने से पहले प्रदीप और किशन पाल उस दिन भी बहक रहे थे। दोनों ने एक बार तो कह दिया था कि पुलिस की कहानी बनावटी है। लेकिन पुलिस के धमकाने पर प्रदीप ने फिर राटा रटाया बयान देकर बलि वाली कहानी सुना दी। गाँव के लोग सहमे हुए हैं और अपने बच्चों पर कड़ी नज़र रखते हैं।