फर्रुखाबाद: जिला बामसेफ कार्यकर्ताओं ने भारत संविधान स्थापना दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन कर महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। पत्र में उन्होंने अवगत कराया कि संविधान की स्थापना के समय ही निःशुल्क व अनिवार्य शिक्षा के लक्ष्य को 10 वर्षों के अंदर पूरा करने का प्रावधान रखा गया था। लेकिन आज तक बच्चे अनिवार्य शिक्षा से वंचित हैं।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 45 के अनुसार देश में संविधान लागू होने से 10 वर्ष के अंदर निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान होना था जो आज तक नहीं हुआ। अनुच्छेद 39 एफ के अनुसार बालकों को स्वतंत्र और गरिमामयी वातावरण में स्वास्थ्य विकास अवसर देना तथा बालकों तथा युवकों को शोषण एवं नैतिक और आर्थिक परित्याग से रक्षा का प्रावधान है। परन्तु देश में इसके लिए कुछ नहीं हो रहा है। देश में गरीब व अमीरों के बीच में खाई बनती जा रही है। अमीर तोहफों में हवाईजहाज देने की बात कर रहे हैं तो गरीबों के पास हवाईजहाज के खिलौने अपने बच्चों को देने तक को नहीं है। धर्मनिरपेक्ष देश में जातिवाद व धर्मवाद फैला हुआ है। जिसे खत्म किया जाये।
इस दौरान जिलाध्यक्ष सत्यपाल, नानकचन्द्र, आशाराम, रक्षपाल यादव, डा0 रामकष्ण राजपूत, बृजेश कुमार, हरिकृष्ण, सैय्यद इरसाद अली, नागेन्द्र कुमार आदि मौजूद रहे।