फर्रुखाबाद: शुक्रवार को मण्डलायुक्त शालिनी प्रसाद के ग्राम बुढ़नामऊ में संभावित दौरे की तैयारी में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव को किसी थियेटर की मंच की तरह सजा रखा था। गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सोफे इत्यादि डालकर व्यवस्था की गयी थी। यहां पर वकायदा मतदाता सूची के पन्ने चिपकाकर प्रकाशन किया गया था व जनपद में कहीं नजर न आने वाले ड्राप बाक्स तक यहां रखे गये थे।
मण्डलायुक्त के शुक्रवार को दौरे को लेकर बुढ़नामऊ के उच्च प्राथमिक विद्यालय में मतदाता सूची में छूटे हुए मतदाता एवं त्रुटियों के सुधार हेतु बीएलओ की तैनाती तो विगत कई महीनों से चल रही है परन्तु इन बीएलओ को मतदाता बढ़ाने के लिए फार्म संख्या 6 तक उपलब्ध नहीं थे। वहीं आज बीएलओ द्वारा मतदाता सूची के पन्ने दो प्रतियों में विद्यालय के सूचनापट के अलावा दीवारों पर इस तरीके से चिपकाकर सजाये गये थे जैसे किसी चुनाव का परिणाम घोषित हुआ हो।
वहीं दूसरी ओर पदाभिहीत अधिकारी जो उसी विद्यालय के प्रधानाध्यापक थे उन्होंने प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये गये बैलट बाक्स पर ड्राप बाक्स की सूचना चस्पा कर सजाया गया था, जैसे चुनाव मतदान हो रहा हो। मण्डलायुक्त के दौरे से बुढ़नामऊ में तो इस तरीके से तैयारी की गयी परन्तु जनपद के अन्य बूथों पर बीएलओ यदा कदा ही नजर आते हैं एवं इनके द्वारा सूची का प्रकाशन तो दूर फार्म तक मतदाताओं को उनके घरों पर उपलब्ध नहीं कराये गये हैं। जिससे कि कई चरणों में लगाये गये बीएलओ की ड्यूटी का परिणाम मतदाता सूची में लगातार त्रुटि बनी हुई है।
मण्डलायुक्त के दौरे के दौरान उच्च प्राथमिक विद्यालय में सोफे आदि डालकर व्यवस्था की गयी थी। परन्तु विद्यालय परिसर से लेकर गांव की गलियों में गंदगी फैली हुई थी। जानकारी के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा स्थानीय सफाई कर्मचारियों को बुलाया गया तो उन्होंने अपनी हड़ताल को बताकर सफाई करने से मना कर दिया। जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्राम प्रधान रामविलास यादव को उनके वेतन भुगतान हेतु रिपोर्ट देने के लिए मना कर दिया। मण्डलायुक्त द्वारा महरूपुर सहजू का निरीक्षण करने के बाद बुढ़नामऊ नहीं पहुंची। जिससे वहां पर सजाये गया थियेटर सूना पड़ा रहा।