फर्रुखाबाद: नारी शक्ति का प्रतीक मां दुर्गा के नौ दिन चले नवरात्र के आज अंतिम दिन दूर दराज से आये लाखों श्रद्धालुओं ने मंदिरों में माथा टेक मन्नत मांगी। प्रातः से ही दुर्गा मंदिरों में घंटों की घनघनाहट गूंजने लगी। श्रद्धालुओं ने घरों व मंदिरों में कन्या भोज का आयोजन किया।
विक्रम सम्वत 2069 शुक्ल पक्ष नवमी आश्विन को नवरात्र का पर्व पड़ने से श्रद्धालु इसका कुछ विशेष ही महत्व मान रहे हैं। आस्था की नाव और श्रद्धा की लहरों पर सवार होकर श्रद्धालु प्रातः से ही आस पड़ोस की कन्याओं को भोज कराने हेतु तलाशने लगे थे। सूर्य की पहली किरण के साथ ही कन्याभोज का आयोजन किया गया। कन्याओं को मां दुर्गा का रूप माना जाता है। जिसके चलते कन्याओं को भोज कराकर दान दक्षिणा भी दी गयी। शहर के भकरामऊ, वैष्णोंदेवी, बढ़पुर शीतला मंदिर, गुरुगांवदेवी मंदिर, मठियादेवी मंदिर पर कुन्तलों प्रसाद श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ा दिया गया। विशेष रूप से मंदिर में मूर्तियों का श्रंगार किया गया। कन्या भोज व देवी दर्शन का कार्यक्रम देर रात तक चलता रहेगा। ग्रामीण क्षेत्रों से भी श्रद्धालु अपने पूरे परिवार के साथ दर्शनों के लिए पहुंचे और कई कई घंटे लम्बी लाइन में लगने के बाद मां दुर्गा के दर्शन हो पाये। मन्नत मांगने के लिए श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में हाजिरी लगाते हुए घंटे की घनघनाहट से मां का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया और मां के आशीर्वाद को लेकर पुण्य लाभ कमाया।
पुलिस भी इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैद बनी रही। महिला कांस्टेबिलों को आने वाली महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा में लगाया गया। प्रत्येक मंदिर में पुलिस की तैनाती की गयी। जमकर श्रद्धालुओं ने चुनरी व नारियल मां के दरबार में चढ़ाया।