दिहाड़ी पर आयीं महिलाओं ने फूंका केजरीवाल का पुतला

Uncategorized

फर्रुखाबाद: जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट व अरविंद केजरीवाल के बीच चल रहे घमासान को लेकर जहां केजरीवाल 1 नवम्बर से फर्रुखाबाद में अनशन शुरू कर रहे हैं। वहीं उनके फर्रुखाबाद आने की सूचना पर अब कांग्रेसियों के हाथ पैर फूल रहे हैं। कांग्रेस की महिला नेत्रियों ने अरविंद केजरीवाल का पुतला तो फूंका लेकिन उनके साथ जो भीड़ बढ़ाने के लिए महिलायें आयीं उन्हें यह भी नहीं पता कि केजरीवाल कौन हैं और जाकिर हुसैन ट्रस्ट घोटाला नाम की बला क्या है। उन्हें तो बस अपनी दिहाड़ी से मतलब था, जो कांग्रेस नेत्रियों ने उन्हें देने का वादा किया था।

शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पूर्ण प्रकाश शुक्ला पुन्नी के निवास से उनके नेतृत्व में शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा जुलूस निकाला गया। जिसमें एक दर्जन भी महिलायें एकत्र नहीं हो सकीं। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने घुमना पर आकर अरविंद केजरीवाल के पुतले में आग लगा दी और उन पर जमकर जूते चलाये। पुतला फूंकने के बाद मीडिया कर्मियों द्वारा जुलूस में आयीं कुछ महिलाओं से यह पूछा गया कि अरविंद केजरीवाल हैं कौन तो उन्होंने अरविंद केजरीवाल के किसी भी सख्स को जानने से इंकार कर दिया और कहा कि न ही उन्हें अरविंद केजरीवाल के बारे में पता है और न ही इस मामले के बारे में। इस बात को लेकिन कांग्रेस नेत्रियां मीडिया पर ही बिफर गयीं। कांग्रेस की जिला उपाध्यक्ष इंदिरा पाण्डेय ने कहा कि वह केजरीवाल के बारे में सब कुछ जानतीं हैं। इन लोगों से क्या पूछ रहे हो। इससे एक बात तो साफ हो गयी कि केजरीवाल के  खिलाफ पुतला फूंककर कम से कम सलमान की नजरों में अपने आप को वफादार तो साबित कर ही रहे हैं कांग्रेस कार्यकर्ता। फिलहाल यह भी साबित हो गया कि जिन महिलाओ को यह तक नहीं मालूम की केजरीवाल क्या हैं या जाकिर हुसैन ट्रस्ट क्या है तो एसी महिलायें दिहाड़ी पर नहीं आयीं तो और क्या है। इस दौरान इंदिरा पाण्डेय, जानकी शुक्ला, शालिनी पाण्डेय आदि कांग्रेसी नेता मौजूद रहीं।