सड़कों पर ‘मौत’ बनकर रफ्तार भर रहे डग्गामार वाहन

CRIME FARRUKHABAD NEWS POLICE जिला प्रशासन

फर्रुखाबाद: परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन की उदासीनता के चलते डग्गामार वाहन यात्रियों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। इसके बाद चालक वाहनों को सड़कों पर बेलाग दौड़ाते हैं, उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि खिड़कियों व पायदानों पर यात्री लटके हुए हैं।
पुलिस व प्रशासन की घोर लापरवाही और निष्क्रियता के चलते नगर व क्षेत्र में संचालित डग्गामार वाहन लोगों की जान के दुश्मन बने हैं। कायमगंज वाईपास,कादरी गेट से पांचाल घाट, राजेपुर से लेकर अमृतपुर तक व कानपुर मार्ग पर चलने वाले डग्गामार वाहनों में यात्रियों को ठूंस-ठूंसकर भरा जाता है। वाहनों के अंदर जगह न होने पर यात्रियों को वाहनों की छत, पायदानों व खिड़कियों पर लटका कर सफर कराया जाता है।
डग्गामार वाहनों पर रोक लगाने के लिए कई सामाजिक संगठन अपनी ओर से प्रयास कर चुके है, लेकिन प्रशासन डग्गामार वाहनों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है। मार्गों पर संचालित डग्गामार वाहन लोगों की जान जोखिम में डाल रहे है।
लगातार हो रही सड़क दुर्घटना के बावजूद डग्गामार वाहनों के चालक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। नियमों के विपरीत वाहनों के संचालन से मुसाफिरों को मौत का सफर करना पड़ रहा है। वाहन चालक नियमों की अनदेखी कर अपने वाहन दौड़ा रहे हैं और मुसाफिरों की जान से खेल रहे हैं।
सवारियां लेने का नियम 
नियमों के अनुसार जिस टेंपो में ड्राइवर सहित पांच सवारियों ही यात्रा कर सकते हैं, उस टेंपो में 10 से 12 तक सवारियां यात्रा कर रही हैं। जिन टेंपो और अन्य हल्के वाहनों में सात यात्रियों को बिठाया जा सकता है, उनमें 15 से 20 यात्रियों को सफर कराया जाता है। इसके साथ ही कुछ डग्गामार बसों का भी जिले में खुलेआम संचालन हो रहा है, जोकि छतों पर भी लोगों को सफर कराती हैं।
यातायात प्रभारी देवेश कुमार ने बताया कि डग्गामार वाहनों के खिलाफ जल्द अभियान चलेगा और कार्यवाही अमल में लायी जायेगी|