फर्रुखाबाद परिक्रमा: अब सलमान के बाद संतोष भारतीय की बारी है

फर्रुखाबादः मुंशी हरदिल अजीज और मियां झान झरोखे आज कल बोर्ड की परीक्षाओं में व्यस्त हैं। युवा मुख्यमंत्री द्वारा खनन माफिया के विरुद्व अभियान के ऐलान से उनका उत्साह बढ़ा हुआ है। कहते घूम रहे हैं अब जिले में ठेके पर खुली सामूहिक नकल पर रोक लगेगी। नकल माफिया सुधरे नहीं तो जेल जायेंगे। मुंशी […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: जो मान जाए वह सपाई क्या ???

जोश रहे पर होश न जाए फर्रुखाबाद : रंग और भंग की तरंग में मुंशी हर दिल अजीज झमाझम हो रहे हैं। वोटों की जबर्दस्त बरसात ने जहां साइकिल वालों को मालामाल कर दिया वहीं पियक्कड़ों और नोट सम्हालने वालों का जीना दुश्वार है। चुनाव में पी, होली पर पी और पेटियां हैं कि खत्म […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: तू भी टीपू, मैं भी टीपू, तू सुल्तान, मैं नादान

  फर्रुखाबादः बहुत कम लोग यह जानते होंगे कि अखिलेश यादव की तरह ही केन्द्रीय विधि मंत्री सलमान खुर्शीद का घरेलू नाम भी टीपू है। सलमान खुर्शीद जब 1989 में लोकसभा का चुनाव पहली बार लड़े और हारे तब अखिलेश केवल 23 वर्ष के थे। अखिलेश जब पढ़ रहे थे तब सलमान खुर्शीद केन्द्रीय मंत्री थे। […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा- मृग तृष्णा, ज्योतिष और जन्म कुंडली का खेल

पड़ोसी जिले के दो सजातीय नेता हैं – एक अपने संघर्ष और पुरुषार्थ के बल पर बहुत आगे निकल गये- दूसरे अपनी महत्वाकांक्षाओं के मकड़जाल में फंसकर कई दलों में ठिकाना ढूंढ़ते हुए पुनः पहले नेताजी की शरण में आ गये। यहां उनके परिचितों की अच्छी जमात है- दाम पैसे की कोई कमी नहीं है। […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा- कानून मंत्री से तो कहीं अधिक जागरूक निकला “बाबूलाल”

महान सूर्याकिरण बद्री विशाल महाविद्यालय के 70 वर्षीय सेवानिवृत्त चतुर्थश्रेणी कर्मचारी बाबूलाल ने झूमते हुए यह कहकर वोट डाला, यह तो हमारा अधिकार है और कर्तव्य। हां इसे हम कैसे भुला सकते हैं? अंधेरे की पराकाष्ठा, भारत जैसे महान लोकतंत्र के विधि मंत्री और उनकी पत्नी ने 19 फरवरी को अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं […]

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राहुल गाँधी के फर्रुखाबाद दौरे पर कोहरे का साया….LIVE

फर्रुखाबाद: राहुल गाँधी के उत्तर प्रदेश दौरे के दूसरे चरण में 16/11/2011 को फर्रुखाबाद और कन्नौज में जनसभाए होनी है| राहुल गाँधी की फर्रुखाबाद में पहली जनसभा जो 9 बजे शुरू होनी थी तय समय से शुरू नहीं हो सकी| राहुल की जनसभा पर कोहरे का साया छा गया| जनसभा स्थल पर सुबह 11 बजे […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: रोजा इफ्तार पार्टी में वोटर से गले मिलने को बेताब दलबदलू..

सूचनार्थ- अपनी आदतों से मजबूर मियाँ झान झरोखे और मुंशी हर दिल अजीज लखनऊ दिल्ली दौरे पर हैं| आज देर सुबह तक वह नहीं लौटे| चौक की पटिया सूनी पड़ी रही| उनकी आपबीती और देखी सुनी की रिपोर्ट स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर रक्षा बंधन के बाद ! जागो वोटर जागो – दल बदलुओं […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: छोटे का सहकारिता में टूटता तिलस्म और मित्र पुलिस की बानगी

बीएड परीक्षा- यहाँ चक्रव्यूह का हर दरवाजा पैसे की चावी से खुलता है| कमालगंज आर पी डिग्री कॉलेज में बी०एड० परीक्षा के नाम पर जो कुछ हुआ उसे देख कर लौटे मुंशी हर दिल अजीज चौक की पटिया पर लाल लाल हुए बैठे थे| कमालगंज में बीएड परीक्षा न हो पाने का मामला जंगल में […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: मिशन में बड़े बड़े निपट गए, तुम्हारा क्या होगा अंटू भैया ?

ताता थैया – तुम्हारा क्या होगा अन्टू भैया ! मुंशी हर दिल अजीज और मियाँ झान झरोखे आज बड़े प्रेम से चौक की पटिया पर बैठे बात चीत में मशगूल थे| मुंशी बोले मियाँ कितना भी अच्छा वक्त हो किसी को इतराना नहीं चाहिए| परन्तु हमारे अन्टू भैया अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी भाजपा के दिग्गज नेता […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: आरटीआई की अर्थी, मित्र पुलिस, टीपू का प्रोमोशन और उमा की बेचारगी

कप्तान साहब बहादुर ! जनसेवक बनों हिटलर नहीं- झमाझम बारिश हो रही थी चौक की पटिया पर बैठे मुंशी हर दिल अजीज गर्मी पर गर्मी खाए जा रहे थे| मियाँ झान झरोखे उन्हें जितना समझाने की कोशिश करते वह और ज्यादा हत्थे से उखड जाते| बोले तमाशा है क्या? अब कप्तान साहब बहादुर हो गए […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: चुप साले ! ईमानदार होगा तेरा बाप-

फर्रुखाबाद: बरसाती पहने छाता लगाये मुंशी हर दिल अजीज झमाझम बरसात में पूरे तीन दिन फर्रुखाबाद फतेहगढ़ की गलियों सड़कों पर घूमने के बाद चौक की पटिया पर आकार बैठे। उनकी आँखे नम और मन बोझिल था। न पानी पिया और न ही पान की फरमाईश की। अनमने से बैठे ठंडी साँसे ले रहे थे। […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा- पुलिस का अभिनन्दन, टीपू का निंदन और उमा की गंगा

बादशाहों ! तुस्सी सचमुच महान (दल) हो| मियाँ झान झरोखे त्रिपौलिया चौक की पटिया पर बैठे-बैठे बद्बदाये जा रहे थे| आलम यह था कि उन्हें अपने पास बैठे मुंशी हर दिल अजीज की उपस्थित का इल्म तक नहीं था| मुंशी ने ज़रा ध्यान लगाकर सुनने की कोशिश की तो समझ में आया……..| मियाँ झान झरोखे […]

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