फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के पीछे बनायी गयी शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर कौशलेन्द्र सिंह चिकित्सालय पिछले एक वर्ष से डाक्टरों, कर्मचारियों के अभाव के बजह से बंद पड़ा है। जिसका हाल खस्ता हो चुका है। न अस्पताल तक पहुंचने के लिए ठीक सड़क है और न ही अस्पताल में कोई सुविधा।
फतेहगढ़ का शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर कौशलेन्द्र सिंह चिकित्सालय अपने आप में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी का शिकार हो गया है। चिकित्सालय में लाइटें नहीं हैं। नलों की टोटियां उखड़ी पड़ीं हैं। गंदगी का अम्बार लगा हुआ है। अस्पताल को जाने वाले मार्ग में इतनी गंदगी व कचड़ा है कि स्वस्थ आदमी भी बीमार पड़ जाये। लेकिन स्वास्थ्य विभाग पीएचसी की देखभाल के लिए लापरवाही बरत रहा है। आने वाले 14 सितम्बर को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा सीएचसी फतेहगढ़, बरौन के अलावा स्वास्थ्य केन्द्र कंपिल व शमशाबाद के नाम चयनित किये गये हैं। जिनका मुख्यमंत्री उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री के संभावित दौरे से स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से हरकत में आ गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी राकेश कुमार इस सम्बंध में कानपुर एक बैठक में भाग लेने गये हैं। वहीं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी राजबीर सिंह क्षेत्रीय स्वास्थ्यकेन्द्रों के निरीक्षण में पसीना बहा रहे हैं।
जनपद में निर्मित किये गये चार नये स्वास्थ्यकेन्द्रों को मुख्यमंत्री के उद्घाटन कराने की तमन्ना स्वास्थ्य विभाग रखता है लेकिन इसके बावजूद भी डाक्टरों व कर्मचारियों की कमी की बजह से क्या यह स्वास्थ्यकेन्द्र भली प्रकार बीमार मरीजों को सुविधायें मुहैया करा पायेंगे। यह सोचने का विषय है। फिलहाल स्वास्थ्य महकमा मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को देखते हुए हर संभव प्रयास करने में जुटा हुआ है।