फर्रुखाबाद: नगर पालिका चुनाव में अपनी पत्नी सलमा बेगम की जीत के प्रति आश्वस्त दिख रहे अहमद अंसारी के अनुसार उनको लगभग 32-33 हजार वोट मिलने की आशा है। इस चुनाव में मुस्लिम मतो की एक जुटता को एतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि आगामी 7 जुलाई को मतगणना का परिणाम कुछ भी आये, शहर में जातिवाद व संप्रदायिकता का भय दिखाकर जनता को विगत दो दशकों से बेवकूफ बनाने वाले हार चुके हैं। चुनाव के दौरान गैर मुस्लिम भाइयों विशेषकर ब्राह्मणों ने जिस प्रकार आगे बढ़कर उनका समर्थन किया है, उससे दोनों वर्गों के बीच विश्वास व सहयोग के एक नये युग की शुरूआत हुई है। इस नये समीकरण के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह तो एक शुरूआत मात्र है। आगामी विधानसभा चुनाव में यदि भाजपा को छोड़कर किसी भी दल से कोई सशक्त ब्राह्मण प्रत्याशी आता है तो मुस्लिम उसका समर्थन करेगें।
चुनाव के बाद मतगणना की तैयारियों में व्यस्त सपा व कांग्रेस समर्थित नगर पालिका अध्यक्ष पद प्रत्याशीसलमा बेगम के पति अहमद अंसारी अपनी जीत के प्रति पूरी तरह अश्वस्त हैं। जीत के आकंड़ों की बात करने पर वह बूथवार पोलिंग प्रतिशत की सूची खोलकर बैठ जाते हैं। उन्होंने बताया कि कुल पड़े 1 लाख 4 हजार मतों में से लगभग 32 हजार मुस्लिम वोट पड़ा है। बताते हैं कि कुल 52 हजार मुस्लिम मतों का लगभग 60 प्रतिशत मतदान हुआ है। इसमें से लगभग 7 हजार वोट अन्य प्रत्याशियों को गया है, जबकि लगभग 8-10 हजार वोट अन्य वर्गों का उन्हें मिला है। इस प्रकार उनकों कुल लगभग 32.33 हजार वोट मिलने की आशा है।
आंकड़ों का विस्तृत अध्यन कर चुके अहमद अंसारी बताते हैं कि कुल पड़े 1 लाख 4 हजार मतों में से लगभग 4 हजार मत निरस्त होजाना स्वभाविक है। शेष बचे एक लाख मतों में से 85 हजार मतों में सलमा, वत्सला व दमयंती रहेंगी। शेष 15 हजार मतों में अन्य प्रत्याशी सिमट जायेंगे। लड़ाई काफी कांटे की रहने की संभावना है। उनका मानना है कि हारजीत का मार्जिन 2-3 हजार से अधिक नहीं रहेगा।
सलमा बेगम से मुलाकात के विषय में पूछे जाने पर उन्होने बताया कि उनकी बेटी की तबियत खराब है और इस समय रेलवेरोड स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती है। सलमा अपनी बेटी के पास आज कल नर्सिग होम में ही हैं।