फर्रुखाबाद: नगरपालिका चुनाव में मतदान को सिर्फ अब 8 दिन बाकी हैं| नगर के ब्राह्मणों की ख़ामोशी प्रत्याशियो के पतिओ की धडकने बढ़ा है| अलबत्ता उस्ताद विजय सिंह के माथे पर इस वर्ग के वोटो की कोई चिंता नहीं दिखती| मनोज सलमा और माला तीन प्रत्याशी प्यासे पंछी की तरह ब्राहमण वोट पाने को झटपटा रहे है| खालिस स्वाभिमानी वोट| कैसे छेड़े| पता नहीं कहाँ से शुरू हो जाए और कहाँ ख़तम| किस ब्रह्मण के कहने पर कित्नेर वोट गिरेंगे इस बात का तो कोई आंकड़ा नहीं अलबत्ता एक कहावत पुरानी है बड़ी सायानी- ब्रह्मण कुत्ता हाथी ये न चाहे साथी| अकेले चलने की दमखम रखने वाला ब्रह्मण वोट खामोश है| एक दो ब्रह्मण सभी प्रत्याशी ने सैम्पल के तौर पर अपने साथ रखे है| फिर भी आवागमन की गुंजाईश ख़तम नहीं होती|
रजनी के निलंबन के बहाने इस्तीफ़ा देने के बाद हासिये पर आये पूर्व भाजपा नेता आदित्य मिश्र ने कल गुरूवार को सुनील राठौर के साथ सपा जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर से कचहरी में उनके चेंबर में मुलाकात की| कल समर्थन का प्रस्ताव दिया और आज राजकुमार राठौर और सलमा अंसारी के पति हाजी अहमद अंसारी एवं सपा के पदाधिकारियो के साथ प्रेस वार्ता कर समर्थन की घोषणा की गयी| आदित्य से पत्रकारों ने तीखे सवाल किये जिसके वे रेट रटाये जबाब देते रहे| उनके हिसाब से भाजपा अब अछूत हो गयी है और सत्ता में आई सपा निर्मल पाक बहती गंगा| अब इस निर्मल पाक सत्ता की गंगा में आदित्य कब बहेंगे ये बहुत देर की बात नहीं लगती| अलबत्ता अभी तो नगरपालिका चुनाव में आदित्य सलमा का “रिक्शा” चलाते नजर आयेंगे इसके बाद साइकिल की सवारी का भी मजा लिया जायेगा|