फर्रुखाबाद: शहर क्षेत्र के मोहल्ला श्यामनगर में फर्जी तरीके से हेपेटायटिस बी के टीके लगाने पहुंचे जन जागरण संस्था छिबरामऊ कन्नौज के सुदामा प्रसाद को ग्रामीणों ने एक ही सिरेंज से आधा सैकड़ा बच्चों को सुई लगाने पर दौड़ा दिया। यही नहीं 10 रुपये की रसीद देकर सुदामा प्रसाद ने लोगों ने 50 रुपये की वसूली भी की। जिसका विरोध करके लोगों ने जमकर हंगामा काटा।
फर्जी तरीके से हेपेटायटिस के टीकाकरण के लिए सुदामा प्रसाद श्यामनगर व भोपतपट्टी में पहुंचे और लोगों को टीके लगाने शुरू कर दिये। जब सुदामा प्रसाद ने एक ही सिरेंज से लगभग आधा सैकड़ा बच्चों को टीका लगा दिया तो लोग भड़क गये। कुछ देर बाद लोगों को इस पर शक होने पर क्षेत्रीय लोगों ने इसका विरोध किया। मोहल्ले के ही निवासी बाई सी कटियार ने टीकाकरण कर रहे सुदामा प्रसाद से सीएमओ द्वारा दिये गये अनुमति पत्र को दिखाने को कहा। जिस पर सुदामा प्रसाद ने आना कानी की तो किसी ने फोन पर पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंचे आईटीआई चौकी इंचार्ज अनूप तिवारी ने सुदामा प्रसाद से अनुमति पत्र देखा। जिस पर काफी पुराना अनुमति पत्र होने की बजह से सुदामा प्रसाद को टीकाकरण करने से चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
वहीं मोहल्ले के लोगों ने सुदामा प्रसाद पर टीकाकरण के नाम पर 50 रुपये वसूलने की बात भी कही। सुदामा प्रसाद ने एक बच्चे के टीका लगाने पर 10 रुपये की रसीद शुल्क व 40 रुपये प्रति बच्चे इंजेक्सन लगाने का वसूला।
चौकी इंचार्ज अनूप कुमार तिवारी ने बताया कि अवैध वसूली का आरोप गलत है। मुख्य चिकित्साधिकारी से मेरी बात हुई थी। उन्होंने कहा कि इसको टीकाकरण करने से तत्काल रोक दिया जाये और यह मेरे पास आकर टीकाकरण का आदेश दिखाये। जिस पर टीकाकरण फिलहाल रोक दिया गया है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 कमलेश कुमार ने बताया कि चौकी इंचार्ज ने फोन पर घटना की सूचना दी थी। उन्होनंे बताया कि मैने चौकी इंचार्ज अनूप कुमार तिवारी से कह दिया है कि इस प्रकार के लोगों को चेतावनी दे दें। भविष्य में यदि इस प्रकार का काम करते मिले तो उनके विरुद्व एफआईआर कर दी जायेगी। उन्होंने बताया कि सरकारी स्टाक में हेपेटाइटस बी के टीके उपलब्ध हैं। किसी निजी संस्था या एनजीओ को इस प्रकार की अनुमति नहीं दी गयी है। उन्होंने बताया कि इसी संस्था को एक बार मैने कायमगंज में भी पकड़ा था। तब इनके विरुद्व कार्यवाही की गयी थी।