महान दल ने खोला बाबा रामदेव के विरुद्ध मोर्चा

Uncategorized

फर्रुखाबाद: बाबा रामदेव द्वारा अपनी पुस्तक में सम्राट अशोक व उनके वंशजों को कायर, विलासी व भ्रष्ट कहे जाने के विरोध में अब महान दल ने मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश नेतृत्व के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन के आह्वान पर शुक्रवार को जिलाध्यक्ष बृजनंदन लाल शाक्य के नेतृत्व में कलक्ट्रेट में महान दल की ओर से धरने का आयोजन किया गया।

विदित है कि बाबा रामदेव की योग संदेश पत्रिका के मई 2011 के अंक में सम्राट अशोक व उनके वंशज राजा ब्रहद्रथ को कायर, विलासी व भ्रष्ट तक कहा गया है। महान दल की ओर से इसके विरोध में शुक्रवार को कलक्ट्रेट में आयोजित धरने के दौरान जिला प्रभारी सुखपाल शाक्य ने कहा यह न केवल इस देश में रहने वाले सभी शाक्य, कुशवाहा, मौर्य, सैनी समाज का अपमान है, यह भारत के गौरवशाली इतिहास का भी उपहास है। महान दल की महिला मंच की प्रदेश उपाध्यक्ष मीना शाक्य ने कहा कि इस प्रकार समाज में वैमनस्य फैलाने वाली पत्रिका के प्रकाशन और प्रसार पर न केवल प्रतिबंध लगाना चाहिये, इसके लेखक व प्रकाशक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिये। श्रीमती शाक्य ने कहा स्वयं को बुद्ध का अनुयायी और दलित पिछड़े वर्ग का मसीहा कहने वाली प्रदेश सरकार की मुखिया के लिये यह चुनौती होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने बाबा रामदेव, उनकी संस्था व प्रकाशन के विरुद्ध कोई कार्रवाई न की तो महान दल प्रदेश व्यापी आंदोलन के लिये मजबूर हो जायेगी।

महान दल के जिलाध्यक्ष बृजनंदन लाल शाक्य ने कहा कि मौर्य काल भारत के इतिहास का स्वर्णिम काल माना जाता है। सम्राट अशोक राष्ट्र के गौरव रहे हैं। उनके द्वारा लगाये गये स्तम्भों के चार शेर व चक्र भारत की राष्ट्रीय चिन्ह की हैसियत रखते हैं। सम्राट अशोक या उनके वंशजों पर प्रतिकूल टिप्पणी करना बौद्धिक दिवालियेपन का स्पष्ट प्रमाण है। ऐसे व्यक्ति को कोई प्रकाशन करने का अधिकार हो ही नहीं सकता। श्री शाक्य ने तत्काल योग संदेश पत्रिका पर प्रतिबंध लगाये जाने की मांग की।

धरने में पवन कुमार शाक्य, उदयवीर सिंह शाक्य, लोकेंद्र प्रताप सिंह यदुवंशी, सतेंद्र पाल, उमाशंकर, रामेश्वर दयाल, राजकिशोर शाक्य, श्यामपाल शाक्य, रधुनंदन माथुर, विक्रम कुशवाह, कमलेश शाक्य, आदि लोगों ने भाग लिया।