सरकारी प्रेस नोट का पोस्टमार्टम- एडीएम साहब ने कहा…

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फर्रुखाबाद: सभी शहरी क्षेत्रो में सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से करायी जाय| ये बात अपर जिलाधिकारी सुशील चन्द्र श्रीवास्तव ने 24 जून 2011 को कलेक्ट्रेट सभागार में अधिक्षासी अधिकारी नगरपालिका परिषद् व् नगर पंचायत से कही|

पोस्टमार्टम–
ये बात साहब हर मीटिंग में कहते है मगर ये रिपोर्ट कभी नहीं तलब करते- पिछली मीटिंग में जब कहा था उसके बाद अब तक क्या क्या हो गया? हुआ भी या नहीं? अगर हुआ तो उसका कभी मौका मोयना करते नहीं देखे गए| शहर में नाले अभी भी बजबजा रहे है| उदहारण के तौर पर आवास विकास में डॉ जे एम् वर्मा के निकट नाला कई साल से बंद है| चेयरमेन से लेकर नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी और नगर मजिस्ट्रेट मौके पर घूम घाम लौट आये खबर जाने तक नहीं खुला| ऐसे ही नगर में दर्जनों नाले हैं जहाँ मामूली बरसात में बाढ़ जैसी स्थिति आ जाएगी और नगरवासियो को बाढ़ देखने के लिए गंगापार नहीं जाना पड़ेगा| खैर साहब ने कहा और अधिकारिओ ने एक कान से सुना और मीटिंग से बाहर दूओसरे कण से बाहर निकाल कानाफूसी की|

प्रेस नोट का दूसरा पैरा-
उन्होंने (एडीएम) कहा की बरसात के मौसम में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है इसके निदान हेतु सभी नालिओं और नालों की सफाई अति आवश्यक है जिससे जल निकास सोचारू रूप से हो सके| गंदगी के क्षेत्र में फिनायल अथवा ब्लीचिंग पावडर का उपयोग किया जाए ताकि बीमारी उत्पन्न होने की सम्भावना निर्मूल हो सके| पेयजल आपूर्ति प्रयाप्त मात्र में की जाये और जल को स्वच्छ बनाने के लिए 20 लीटर पानी में एक क्लोरीन की टिकिया के हिसाब से डाली जाये अथवा जाँच कराने पर यदि कमी पायी गयी तो सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी|

पोस्टमार्टम-

बरसात में जलभराव हो जाता है सर्वभौमिक सर्वविदित है| रुके कैसे इसका कोई उपाय बताकर कभी फील्ड में जाकर हल किया है? सफाई आवश्यक है सब जानते हैं- नगरपालिका के कामचोर सफाई कर्मियों से निपटने की कुब्बत है किसी में| १५ दिन पहले आवास विकास में नाला सफाई के दौरान एक सफाई इंस्पेक्टर को संविदा के सफाई कर्मियों ने नाले में गिरा गिरा के मारा था| मौके पर अधिशासी अधिकारी और जेइ राम सक्सेना भी थे| मामले की जानकारी पालिका अध्यक्ष मनोज अग्रवाल को भी दी गयी| सभी इन्तजार करते रहे की चेयरमेन आ जाये तभी ऍफ़ आई आर की जाये| अचानक पालिका के राजाबा.. में हकीकत बयां कर दी- रिटायर होने वाला हूँ तजुर्बा कहता है चेयरमेन नहीं आएंगे| खैर बात सही निकली चेयरमेन नहीं आये| सफाई कर्मियों ने सफाई निरीक्षक को पीट पाट कर कोतवाली में हंगामा किया| कोई कारवाही नहीं हुई उलटे नाला सफाई रुक गयी और खबर लिखे जाने तक नहीं हुई| सफाई कर्मियों से पंगा लेने की कुव्वत किसी में नहीं| कैसे कराओगे सफाई एडीएम साहब? खली मीटिंग में कह भर देने से काम नहीं होता केवल नौकरी चलती है|
दूसरी बात साहब ने कहा- पेयजल शुद्ध बनाने के लिए क्लोरीन की गोली पानी में डालो| साहब बताएँगे मिलेगी कहाँ? कौन देगा? और किस किस को मिल सकती है? ये बात और है की ऑफिसर कालोनी में बत जाये तो साहब बहादुर समझ ले की आम जनता को मिल गयी? मीटिंग जनता के लिए थी इसलिए ये सवाल उठाना लाजिमी है? बात गंदे पानी की सप्लाई की तो सुनो साहब- फतेहगढ़ के जय नरायण वर्मा रोड पर आपूर्ति होने वाले पानी की पाइप लाइन टूटी है| गंदे नाले का पानी बैक मारता है| इस पाइप लाइन में शंख (एक तरह का कीड़ा) पैदा हो रहे है जो नालो में निकलते है| ये बता दे की ये शंख जमीन से निकलने वाले पानी में नहीं पनप सकते, ये नाली के पानी में मौजूद कैल्शियम से पैदा होते है| कराओ जाँच और कराओ सफाई| क्लोरीन डालने वाले डोजर मशीन तक सही नहीं करा सके| आपके नगरपालिका के जल कल के जेइ बोलते है कोई शिकायत करेगा तो जाँच करेंगे| अभियंता कहाँ मिलते हैं कहाँ बैठते है नगरपालिका के किसी बोर्ड में नहीं लिखा? न जाँच हो होगी न कार्यवाही| और जो जांचे हो गयी उन पर क्या कार्यवाही कर ली? (नगरपालिका की हर टंकी में बिना क्लोरीन का पानी सप्लाई होते मिला था) |

प्रेस नोट का तीसरा एवं अंतिम पैरा-
अपर जिलाधिकारी ने कहा की कूड़ा प्रबंधन हेतु भूमि की व्यवस्था की जाये| अधिशासी अधिकारी बैठक में सार्थक प्रस्ताव लेकर आये| अधिशासी अभियंता जलनिगम शहरी क्षेत्रो में स्थापित किये जाने वाले हैण्डपम्पो की स्थापना शीघ्र कराये ताकि पेयजल की दिक्कत न हो| रेवोर कराये जाने की कार्यवाही को अमली जमा पहनाया जाये| सभी अधिशासी अधिकारी जनसाधारण को भी समझाये की वह लोग पोलीथीन कूड़ा छिलका आदि नालियों में डाले ताकि सफाई हेतु लगे कर्मचारी उसको उठाकर ले जा सके| आवारा पशुओ के भ्रमण पर रोक लगाने हेतु पशुपालको को आगाह कर दे| अभियंता विद्युत आपूर्ति नियमित रूप से रोस्टर के अनुसार करे| ट्रिपिंग पर प्रभावी नियंत्रण करें|

पोस्टमार्टम-
इस पैरा में जनता को समझाने के लिए सुझाव दिया गया है| नगर में पोलीथीन की बिक्री पर रोक क्यूँ नहीं लगते अफसर| नगर के लिंजिगंज, कोठा पार्चा में थोक के भाव बिकती है पोलीथीन| छापामार पकड़ लो, गलत मिले तो जेल भेज दो, न होगा बांस न बजेगी बांसुरी| थैला लेकर सब्जी लेने जाने की आदत पड़ जाएगी| खालीपीली में जनता को समझाओ| कितनो को समझा लोगे| 15 लाख की आबादी है फर्रुखाबाद की| 50 दुकानदार नहीं होने थोक में पोलीथीन बेचने वाले| 50 कब्जे में नहीं कर सकते 15 लाख को समझायेंगे?

मीटिंग समाप्त|