डेस्क:देश में इन दिनों साइबर अपराध की घटनाओं की बहार सी आ गई हो मानो ये डिजिटल युग नहीं साइबर अपराध का युग चल रहा हो,रोज सैकड़ों ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं जिनमें लोग अपनी मेहनत की कमाई साइबर अपराधियों के हाथों गवां रहे हैं। और ऐसा नहीं कि अनपढ़ या कम पढ़े लिखे लोग ही अपनी कमाई गवां रहे हैं अच्छे खासे पढ़े-लिखे लोग साइबर अपराधियों का शिकार बन रहे हैं। यानी कोई भी चाहे उनकी शिक्षा या पेशा कुछ भी हो डिजिटल धोखाधड़ी से सुरक्षित नहीं है।सबसे अधिक शिक्षित व्यक्तियों को भी साइबर अपराध का शिकार होने का खतरा है। कई लोग अभी भी इस गलत धारणा के तहत काम करते हैं कि साइबर घोटालेबाज मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में अशिक्षित या अनजान व्यक्तियों को निशाना बनाते हैं। साइबर अपराधी अब उच्च शिक्षित और पेशेवर लोगों को भी निशाना बना रहे हैं, उनके विश्वास और कमजोरियों का फायदा उठा रहे हैं।
साइबर धोखाधड़ी से खुद को रखे सावधान:
अज्ञात कॉल या संदेशों पर भरोसा न करें, यदि आपको किसी अपरिचित नंबर से कॉल या संदेश प्राप्त होता है, खासकर विदेश से, तो जवाब न दें।
सोशल मीडिया पर अपनी फ्रेंड्स की लिस्ट को लेकर अलर्ट रहें। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म, जहां आप अपनी जिंदगी से जुड़ी हर एक छोटी-बड़ी चीजें शेयर करते हैं जो कि साइबर ठग आपको धमकाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि फेसबुक हो या फिर इंस्टाग्राम हर जगह पर अपनी प्रोफइाल को प्राइवेट रखें। साथ ही किसी भी नए दोस्त को एड करने से पहले उसके बारे में पूरी जांच करें। वो किस प्रोफाइल का है। किसी का म्यूच्यल है या नहीं। इस तरह सब जानकारी जुटाने के बाद ही उसे एड करें।
व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें, कभी भी फोन या ऑनलाइन पर बैंक विवरण या पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी का खुलासा न करें।
आजकल ज्यादातर सभी पेमेंट्स डिजिटल ही होती हैं। ऐसे में बार-बार पासवर्ड एंटर करने की जरूरत होती है। इसलिए कोशिश करें कि आप शापिंग मॉल, मार्केट, शादी, हॉस्पिटल या फिर एयरपोर्ट किसी भी पब्लिक प्लेस में पासवर्ड टाइप न करें, क्योंकि आपका अकाउंट हैक हो सकता है।
अपरिचित धमकियों से सावधान रहें, यदि कोई पुलिस अधिकारी या सरकारी अधिकारी होने का दावा करता है और आपको कानूनी परिणाम भुगतने की धमकी देता है या पैसे की मांग करता है, तो यह संभवतः एक घोटाला है। ऐसी घटनाओं की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
साइबर धोखाधड़ी में वृद्धि हर किसी के लिए खतरे की घंटी है, चाहे उनकी शिक्षा या पेशा कुछ भी हो। यदि उच्च शिक्षित और तकनीक-प्रेमी व्यक्ति भी इन घोटालों का शिकार हो सकते हैं, तो हम सभी के लिए सतर्क रहना आवश्यक है।