डेस्क:सरसों का तेल सदियों से भारतीय पाक कला का अहम हिस्सा रहा है। यह तेल न सिर्फ व्यंजनों का स्वाद बढ़ा देता है, बल्कि सेहत के लिए भी गुणकारी है। आयुर्वेद में इसे औषधि माना जाता है। सरसों के छोटे-छोटे दानों से निकलने वाले इस तेल के गुणों का उल्लेख अथर्ववेद और चरक संहिता जैसे प्राचीन ग्रंथों तक में मिलता है। खासतौर पर सर्दियों में इसका सेवन बहुत ही फायदेमंद रहता है। स्वस्थ वसा से भरपूर इस तेल के सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है, जिससे हृदय रोग का जोखिम कम होता है। कम कैलोरी के कारण यह वजन को भी अच्छे से नियंत्रित करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिससे सूजन कम होती है।इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही यह तेल कई संक्रमणों से भी बचाता है।
सर्दियों के मौसम में सर्दी,खांसी,फ्लू,वायरल बुखार,जॉइंट्स में दर्द जैसी गंभीर समस्याएं पैदा होने लगती हैं। यानी कुल मिलाकर कहें तो सर्दियों में सेहत को लेकर आप को सावधान रहने की ज़रूरत है। इस मौसम में आप सर्दी, खांसी, फ्लू, वायरल बुखार, जॉइंट्स में दर्द जैसी समस्याओं से बचे रहें इसलिए आप सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन परेशानियों में सरसों का तेल बहुत प्रभावी होता है। इसके इस्तेमाल से सिर्फ इन मौसमी बीमारियों से ही राहत नहीं मिलती बल्कि कुछ गंभीर बीमारियों से भी राहत मिलती है। दरअसल सर्दियों में त्वचा शुष्क और बेजान हो जाती है और शरीर को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। ऐसे में सरसों का तेल किसी रामबाण से कम नहीं है।ठंड में सरसों के तेल से शरीर की मालिश करने से न सिर्फ आपको गर्माहट मिलेगी बल्कि कई तरह की परेशानियों का भी खात्मा हो सकता है।अपनी तासीर और गुणों के कारण सरसों के तेल का इस्तेमाल एक औषधि के रूप में किया जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो ठंड के मौसम में कई समस्याओं से बचाव करते हैं।
बॉडी दर्द में फायदेमंद: सर्दियों में लोगों की बॉडी में बहुत ज़्यादा अकड़न आती है और पूरे शरीर में खासकर जॉइंट्स में बहुत ज़्यादा दर्द होता है। ऐसे में आप सरसों के तेल से अपना बॉडी मालिश करें। गुनगुने सरसों के तेल से मालिश करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे आपका जोड़ों की तकलीफ उड़न छू हो जाएगी।
सर्दी-खांसी में असरदार: सर्दियों में सर्दी और खांसी की समस्या आम होती है, ऐसे में सरसों के तेल से मालिश करने से छाती में जमा कफ से राहत मिलती है और बलगम भी बाहर निकल जाता है। नाक बंद होने पर गर्म पानी में सरसों का तेल डालकर भाप लेने से राहत मिलती है।
कोलेस्ट्रॉल करे कम: घी और तेल जैसे कुछ लिक्विड पदार्थ आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करते हैं। लेकिन सरसो का तेल खाने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है। इसमें मौजूद फैटीक एसिड बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है।दिल से जुड़ी बीमारियों को करे कम: इन दिनों लोग दिल से जुड़ी बीमारी के बहुत ज़्यादा शिकार हो रहे हैं इसलिए आप अपने खाने में सरसो के तेल का इस्तामल करें। सरसों के तेल में मौजूद ओमेगा थ्री फैटी एसिड, ओमेगा 6 फैटी एसिड, मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड इस्केमिक दिल से जुड़ी बीमारियों की संभावन काम कर देते हैं।
सूजन करें कम : सर्दियों के मौसम में कई बार हमारे हाथ पैर में स्वेलिंग आ जाती है जिस वजह से बॉडी में सूजन आने लगती है। ऐसे में इसे कम करने के लिए आप इसके तेल से सूजन वाली जगह पर मालिश करें।