डेस्क: वर्ष 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को पड़ रहा है। यह उपछाया चंद्र ग्रहण होगा। भारत में लोग इस खगोलीय घटना को देख सकेंगे हालांकि इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह ग्रहण बुद्ध पूर्णिमा पर 130 साल बाद लग रहा है।साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 5 मई की रात 8 बजकर 44 मिनट से शुरू होगा। यह 6 मई की रात 1 बजकर 1 मिनट तक चलेगा। चंद्र ग्रहण का उच्चतम काल रात 10 बजकर 52 मिनट पर होगा। चंद्र ग्रहण तब होता है, जब सूर्य और चंद्रमा के बीच से पृथ्वी गुजरती है। जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया के हल्के बाहरी क्षेत्र में गुजरता है, जिसे पेनम्ब्रा कहा जाता है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां पृथ्वी सूर्य की डिस्क के हिस्से को ढकती हुई प्रतीत होती है।
चन्द्रग्रहण भारत में नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु,कोलकाता,चेन्नई,अहमदाबाद,वाराणसी,मथुरा,पुणे,सूरत,कानपुर, विशाखापत्तनम,पटना,ऊटी,चंडीगढ़,उज्जैन,वाराणसी,मथुरा,इंफाल,ईटानगर,कोहिमा के साथ एशिया,ऑस्ट्रेलिया,अफ्रीका, प्रशांत,अटलांटिक,हिंद महासागर,अंटार्कटिका और यूरोप के अधिकांश हिस्सों में दिखाई देगा।