फर्रुखबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा नें सेन्ट्रल जेल का आकस्मिक निरीक्षण कर बंदियों के स्वास्थ्य का हाल परखा और अवश्यक दिशा निर्देश दिये| उन्हें शिकायत मिली की पुलिस गार्ड के आभाव में बंदी बाहरी चिकित्सालय में उपचार नही ले पा रहे हैं|
शुक्रवार को डीएम-एसपी सेन्ट्रल जेल पंहुचे| जेल में सुरक्षा व्यवस्था को परखा। बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। बंदियों से जेल में मिलने वाली खान-पान, स्वास्थ्य व अन्य सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। किसी भी बंदी ने किसी तरह की शिकायत नहीं की। जेल के अस्पताल का भी जायजा लिया। साफ-सफाई व्यवस्था भी चाक चौबंद मिली। कारागार चिकित्सालय में भर्ती बंदियों से वार्ता करते हुए कारागार चिकित्सक डा० नीरज कुमार से बंदियों के स्वास्थ्य एवं उपचार की व्यवस्था की जानकारी ली| वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद शुक्ला नें उन्हें बताया कि दो बंदी जे०के० कैंसर इंस्टीट्यूट कानपुर में तथा एक बंदी मेडिकल कालेज लखनऊ में जेल गार्ड की अभिरक्षा में उपचाररत है। उन्होंने डीएम-एसपी को बताया की पुलिस गार्ड के अभाव में गम्भीर रूप से बीमार बंदियों को उपचार एवं फालोअप चेकअप के लिए वाह्रय चिकित्सालय भेजे जाने समस्या होती है| एसपी ने बंदियों को उपचार हेतु प्राथमिकता के आधार पर पुलिस गार्ड प्रदान किये जाने का आश्वासन दिया गया। डीएम ने जेल में चल रही श्रीमद् भागवत कथा की सराहना की|