फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) गांवों में जहां प्रत्याशी बैनर-पोस्टर, होर्डिंग लगाकर दावेदारी जताने में जुटे हैं वहीं गांवों में दावतों और सेवा का दौर अभी से शुरू हो गया है। कोई बीमार को अस्पताल पहुंचाने में जुटा है तो कोई बस बुक कराकर मतदाताओं को गंगा स्नान कराकर पुण्य कमाने के जुगाड़ में है।
जनपद में यदि मतदाताओं की बेटे-बेटियों की शादी है, तो उसके घर में मददगारों की लाइन लग गई है। मतदाताओं को कोई राशन देने की बात कह रहा है तो कोई टेंट-शामियाना बिजली का खर्च उठाने को तैयार है। रात की दावतों का तो पूछना ही नहीं है। प्रत्याशी अपने खास समर्थकों के घर दावतों का आयोजन कर पुराने गिले-शिकवे दूर करने में जुट गए हैं। मतदाताओं के कोर्ट-कचहरी, थाना-पुलिस और सरकारी महकमों से जुड़े लंबित कामों को कराने के लिए भी प्रत्याशी कार्यालयों का चक्कर काटते नजर आ रहे हैं।
गाँवो में शुरू हो गयी शाम की दावतें
गाँवो में निवर्तमान प्रधान या नये दावेदार चुनाव में विजय श्री की रस मलाई खाने की जुगत में से मतदाताओं के साथ बैठकर शाम की पार्टी को भी शुरू कर दिया है|