फर्रुखाबाद: काशीराम कालोनी में जलभराव की समस्या नई नही है| यह कई वर्षों से चली आ रही है| वर्तमान में जो प्रशासन के अफसर जिले में जिम्मेदार पदों पर तैनात है उनके लिए यह समस्या नई हो सकती है| इसी लिए हर बार यंहा के बाशिंदों को वर्ष भर विभिन्य बीमारियों व गद्दे पानी से आने वाली समस्या से जूझना पड़ रहा है| वर्तमान में भी कालोनी तालाब में तब्दील होंने की कंगार पर है| जिससे नागरिकों में हर बार की तरह इस बार भी आक्रोश पनप रहा है|
थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के ग्राम हैबतपुर गढिया में बनी काशीराम कालोनी में लोग जिला प्रशासन व नगर पालिका की उदासीनता के चलते नरकीय जीवन जीने को मजबूर है| कालोनी के पानी निकासी की कोई व्यवस्था ना होनें पर गंदा पानी कालोनी के कई व्लाको तक पंहुच गया है| जिससे लोग काफी परेशान है| कालोनी की आबादी लगभग 7 हजार है| जिसमे 81 व्लाक बने है और हर व्लाक में 16 कमरे बने है| कुल 1296 आवास बने है| लेकिन सफाई कर्मी केबल 7 तैनात है वह भी यदा-कदा ही आते है|
नाला बने तो समस्या का हो समाधान
कालोनी के सभासद रवेश मिश्रा नें बताया कि बीते लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन एसडीएम अमित आसेरी नें चुनाव के बाद नाला बनबाने का भरोसा दिया था लेकिन अभी तक कुछ भी नही हुआ| नाला करबला मार्ग तक पक्के बने तब समस्या समाप्त होगी|
जहरीले मच्छरों का प्रकोप शुरू
बाशिदों का कहना है कि गंदे पानी का जलभराव होंने से जहरीले मच्छरों का प्रकोप
तेजी से पनप रहा है| जिससे लोग दहशतजदा है| मच्छरों से रात की नींद व दिन का चैन हराम है। कई बार अधिशासी अधिकारी से शिकायत की गई लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
कालोनी के लोगों का कहना है कि संक्रामक बीमारियों व जहरीले मच्छरों का प्रकोप शुरू हो गया है| लेकिन नगर पालिका व प्रशासन अब तक नींद से नहीं जागा है। जगह-जगह जलभराव की स्थिति बनी हुई है। शिकायत के बावजूद अनदेखा किया जा रहा है। इससे लोगों में रोष व्याप्त है।
नगर मजिस्ट्रेट सुनील यादव नें जेएनआई को बताया कि वह मौके पर गये थे| समस्या को देखा जो गंभीर है| मामले से जिलाधिकारी को अवगत कराया जायेगा| मच्छरों के लिए नगर पालिका ईओ से कहकर दबा का छिडकाव भी कराने के निर्देश दिये जायेगें