फर्रुखाबाद: कड़ाके की ठंड और शीत लहर का प्रकोप पूरे चरम पर है। ऐसे में बाजार का मिजाज और लोगों का खान-पान पूरी तरह बदल गया है। संडे हो या मंडे की तर्ज पर लोग जमकर अंडे खा रहे हैं। वहीं मूंगफली, तिल की गजक, लड्डू और भुने हुए आलू भी लोगों के स्वाद के साथ सेहत का ध्यान रख रहे हैं। इसके अलावा च्यवनप्राश की खपत भी एकदम से बढ़ गई है।
ठंड बढ़ने के साथ अंडों का बाजार गर्म हो गया है। अभी तक 4 और 5 रुपए का बिकने वाला अंडा सात रुपये में बिकने लगा है। दो अंडे की ऑमलेट 25 रुपए बिकने लगा है। फ्राइड एग बाजार में 25 रुपए के मिल रहे हैं। उसके बाद भी शौकीनों की भीड़ इनकी ठेलों पर जुटी रहती है।
मूंगफली बनी बादाम
बाजार में बादाम के भाव आसमान छू रहे हैं। 700 रुपये किलो बिकने की वजह से लोग बादाम के बजाए मूंगफली से ही काम चला रहे हैं। बाजार में मूंगफली 80 से 100 रुपए किलो बिक रही है। उसके बाद भी मूंगफली की खपत दो से ढाई गुना बढ़ गई है।
गजक और तिल के लड्डू की मांग बढ़ी
तिल के लड्डू और गजक की बिक्री भी इन दिनों दोगुने से अधिक बढ़ गई है। बाजार में गुड़ से बनने वाले गजक 200 रुपये किलो बिक रही है। जबकि तिल के लड्डू 250 रुपए किलो बिक रहे हैं। लोग सर्दी से राहत पाने के लिए जमकर इनकी खरीदारी कर रहे हैं।
बंच्चों और बुजुर्गो के लिए है खास च्यवनप्राश
ठंड से बच्चों और वृद्धों को बचाने के लिए लोग च्यवनप्राश का सहारा ले रहे हैं। च्यवनप्राश में शिलाजीत का प्रयोग होता है जिसकी वजह से लोगों को अतिरिक्त एनर्जी मिलती है। लिहाजा बच्चों और बुजुर्गो को खासतौर पर च्यवनप्राश खिलाया जा रहा है।
भुने आलू लग रहे लाजवाब
ठंड से बचने के लिए लोग चटनी के साथ भुने आलू का स्वाद भी ले रहे हैं। बाजार में ठेलों पर भुने आलू की बिक्री चार गुने से भी अधिक बढ़ गई है। एक आलू विक्रेता का कहना था कि 80 रुपए किलो भुना आलू बिक रहा है। बीते चार दिन से आलू की मांग इतनी बढ़ गई है कि ग्राहक चलाना मुश्किल हो रहा है।