खास खबर:ओडीएफ अभियान को पलीता लगा रहे ईंट भट्ठे

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फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला)जिला प्रशासन जिले को खुले में शौच मुक्त करने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है। लेकिन जिले में चल रहे ईंट भट्ठे खुले में शौच मुक्त अभियान में रोड़ा बन रहे हैं। जिले में करीब एक सैकड़ा से अधिक ईंट भट्ठों पर आज भी हजारों लोग खुले में शौच जा रहे हैं। इस तरफ प्रशासन कोई ध्यान नही दे रहा है| जिसका फायदा भट्टा मालिक बखूबी उठा रहे है|
सरकारी आंकड़ो के अनुसार जिले में 120 ईंट भट्टे संचालित है| जिसमे काम करने के लिये प्रदेश के विभिन्य जिलों के साथ ही साथ राजस्थान, बिहार और असम सहित दूसरे प्रदेशों से करीब 40 हजार से अधिक लोग ईंट थेपने, ईंट ढोने व निकासी करने का काम करते हैं। ईंट भट्ठों पर काम करने वालों के लिए मालिकों ने इज्जत घर नहीं बनाए हैं। इसकी वजह से मजदूरों को मजबूर होकर जंगल और खेतों में ही शौच के लिए जाना पड़ता है।कि भले ही प्रशासन पूरे जिले को खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) बना दे, लेकिन जब तक भट्ठों पर शौचालय नहीं बनेंगे तब तक खुले में शौचमुक्त करने के सपने को साकार नहीं किया जा सकता।
जिला प्रशासन के द्वारा भट्टा मालिको को जो ईसी भट्टा संचालन के लिये जारी होती है उसमे भी यह शर्त है की जिस जगह पर मजदूर काम करे उस स्थान पर इज्जत घर होना अनिवार्य है| लेकिन ईसी की शर्त के अनुसार भी लगभग सभी भट्टों पर इज्जत घर नही बने है| लेकिन जाँच अधिकारी को आज तक कुछ नजर नही आया| जिससे केंद्र व राज्य सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को पलीता लग रहा है|
भट्टों के निकट बसे गाँव वालो का कहना है कि उनके खेतों के पास जो ईंट भट्ठे हैं। यहां मजदूरी करने वाले लोग हर रोज उनके खेतों में शौच करते हैं। इससे उनको खेतों की सिचाई करने और हरा चारा लाने में भी भारी परेशानी होती है। उनका कहना है कि प्रशासन तो गाँवो को खुले में शौचमुक्त बनाने पर जोर दे रहा है लेकिन भट्ठों पर मजदूरों की गंदगी उनके गांव तक पहुंच रही है।लेकिन प्रशासन सैकड़ों गांवों में चल रहे भट्ठों पर इज्जत घर बनाने के लिए कुछ नहीं कर रहा हैं।
मुख्य विकास अधिकारी अपूर्व दुबे ने जेएनआई को बताया की भट्टों को सरकारी योजना के तहत इज्जत घर नही दिये जा सकते| लेकिन उनकी शर्तो में इज्जत घर बनबाना प्राथमिकता में है| सम्बन्धित अधिकारी से पत्रावली तलब कर डीएम से वार्ता कर जल्द इस पर कार्यवाही अम्ल में लायी जायेगी|
सांसद मुकेश राजपूत ने जेएनआई को बताया की यह गम्भीर मामला है| इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी से वार्ता कर जल्द भट्टा मालिको के लिये इज्जत घर निर्माण कराये जाने का फरमान जारी कराया जायेगा