फर्रुखाबाद: एक जमाने में फर्रुखाबाद की राजनीति के करता धरता रहे पूर्व मंत्री स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी प्रतिमा पर पहली बार विधायक बनने के बाद पहुंचे मेजर सुनील दत्त द्विवेदी की आंखें नम थीं। कार्यकर्ता उनमें ब्रह्मदत्त द्विवेदी की छवि देख रहे थे। पुष्पांजलि के दौरान ब्रह्मदत्त द्विवेदी द्वारा कही गयीं पंक्तियां याद आ गयीं। उन्होंने कहा था कि फूलों पर चलने वाला हूं, फूलों की चाह नहीं, अलवेला पंक्षी, मुझको पथ की परवाह नहीं।
सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी इस समय जिले के साथ-साथ प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बने हुए हैं। वर्षों बाद उन्हें ब्रह्मदत्त द्विवेदी की विरासत के साथ-साथ सत्ता में आने का मौका मिला है। उन्होंने निर्वाचित होने के ठीक बाद पांचाल घाट स्थित पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कार्यकर्ताओं ने ब्रह्मदत्त के साथ ही साथ मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी के लिए नारे बुलंद किये। उस समय आत्म प्रकाश शुक्ल की कही हुई बात कि आने वाला काल खण्ड गाथा को दोहरायेंगे, ब्रह्मदत्त हम तुम्हें कभी भी भूल नहीं पायेंगे। याद आ गया। वर्षों बाद काल खण्ड की गाथा को मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी के रूप में जनता ने दोहरा दिया। मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी का कहना है कि उनके दरबाजे जनता के लिए हमेशा खुले रहेंगे। जन समस्याओं का निराकरण करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। जिले में बिजली, पानी, सड़क पर विशेष जोर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अब जनता के अच्छे दिन आ गये हैं। इस दौरान धीरेन्द्र वर्मा, दिलीप भारद्धाज राजू पाण्डेय आदि मौजूद रहे।