पानी पर रहेगी कैमरे की नजर

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कानपुर|| बनारस में हुए बम ब्लास्ट के बाद जिला प्रशासन नगर के सुरक्षा इंतजामों में कोई कोताही नहीं बरतना चाहता। चप्पे-चप्पे में चौकसी बढ़ा दी गयी है। यहां तक की जल नगिम शहरवासियों को सप्लाई होने वाले पानी पर भी कैमरों का पहरा लाने जा रहा है। मालूम हो की नगर की करीब 55 लाख आबादी को जल निगम द्वारा पीने की पानी की आपूर्ति की जाती है।

जिसमें की 20 करोड़ पानी तो प्रति दिन गंगा नदी पर लगे भौरोंघाट पंपिंग स्टेशन से लिया जाता है। इसके साथ ही गुजैनी वाटर वर्क्स से शहर के सभी दक्षिणी इलाकों को पानी सप्लाई होता है। जबकि जल निगम के बेनाझाबर मुख्यालय में पानी का शोधन कार्य किया जाता है। जल निगम महाप्रबंधक ने बताया कि बनारस में हुए आतंकी धमाके के बाद शहरवासियों के पानी की भी सुरक्षा चाक चौबंद कर दी गयी है। विभाग के सभी अधिशाषी अभियंताओं को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि पानी की टंकियों के परिसरो से बाहरी लोगों को अतिशीघ्र बाहर किया जाए।

जो लोग आदेश का पालन न करें उनकी खिलाफ सख्त कदम उठा कर उन्हें वहां से बेदखल करें। उन्होंने बताया कि नगर में पानी के ट्यूबेल, टंकियों और जोनल पंपिंग स्टेशन परिसर में आने जाने वाले हर व्यक्ति पर विशेष नजर ऱखी जा रही है। किसी भी व्यक्ति को बिना पूंछतांछ और आईडी के अंदर नहीं जाने देने के आदेश हैं। महाप्रबंधक ने बताया कि इन सब बातों के बावजूद जल निगम भैरोंघाट, गुजैनी और बेनाझबर स्टेशनों पर क्लोज सर्किट टीवी कैमरे लागाने लगाने पर भी विचार कर रहा है।

आंकलन किया जा रहा है कि कैमरों को लागने और उन्हें संचालित करने में कितान खर्च आएगा। उन्होंने बताया कि इन कैमरों से सीधे जीएम रूम को जोड़ा जाएगा। जिससे जीएम मुख्यालय में बैठ कर ही इन स्टेशनों पर होने वाली हर गतिविध पर अपनी नजर रखेंगे। जिसका फायदा यह होगा की चौकसी मे लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकेगी और सप्लाई होने वाले पानी के इर्द-गिर्द आने-जाने वालों की निगहबानी हो सकेगी।