फर्रुखाबाद: बहुजन क्रान्ति पार्टी (माक्र्सवाद-अंबेडकरवाद) के बैनर तले आशा एवं ऊषा कार्यकत्रियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन कर सरकार विरोधी नारेबाजी की। कार्यकत्रियों ने सीएमओ डा0 राकेश कुमार को राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन सौंप कर समस्याओं के निराकरण की मांग उठाई।
कार्यकत्रियों ने सरकार से न्यूनतम मानदेय 5000 रुपए प्रतिमाह करने की मांग की। इसके अलावा आशा व ऊषा कार्यकत्रियों को राज्य कर्मचारी घोषित करने, कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जीपीएफ, राजकीय दुर्घटना बीमा किया जाए। किसी दुर्घटना के वक्त आशा व ऊषा कार्यकत्रियों के परिवार के पालन-पोषण में काम आ सकती है। कार्यकत्रियों के द्वारा जननी सुरक्षा योजना जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम तथा पल्स पोलियो महाभियान, आरआई नियमित टीकाकरण कुष्ठ निवारण कार्यक्रम, अंधता निवारण, क्षय नियंत्रण कार्यक्रम जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को समाज के लिए प्रदान कर रही है। आशा व ऊषा कार्यकर्ताओं को सरकार अपने खर्चे पर मोबाइल सुविधा उपलब्ध कराए। जिससे आपातकाल में ये कार्यकत्रियां आम आदमी को उपलब्ध हो सके। सरकार से मांग उठाई गई कि आशा व ऊषा कार्यकत्री समाज का महत्वपूर्ण अंग हैं इन्हें राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए। अगर इनको हक नहीं दिया गया तो बहुजन क्रांति पार्टी आंदोलन छेड़ेगी। जिसका सारा दायित्व शासन प्रशासन का होगा। मांगपत्र पर जिलाध्यक्ष अनिल जौहरी, सचिन गुप्ता, सावित्री जौहरी, कपूरी देवी, रंजना देवी, यशोदा देवी, मंजू, मीना देवी, विमला देवी, कमलेश कुमारी, नीलम चतुर्वेदी, रंजना देवी व आरती सक्सेना सहित तमाम महिलाओं ने हस्ताक्षर किए हैं।
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