FARRUKHABAD : जिलाधिकारी पवन कुमार ने राजेपुर ब्लाक के ग्राम गांधी में स्थित कस्तूरबागांधी आवासीय बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। विद्यालय में नामांकित 100 बच्चों की संख्या के विपरीत कम संख्या में बालिकाओं की उपस्थिति व शिक्षकों के गायब पाये जाने पर जिलाधिकारी ने बीएसए को जमकर हड़काया और उन्हें गायब शिक्षकों के निष्कासन के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान बार्डन संतोष पाठक से जब बच्चों की जानकारी मांगी तो पता चला कि कक्षा 7 में 33 बच्चों के स्थान पर 23 बच्चे, कक्षा 8 में 24 के स्थान पर 12 बच्चे अध्ययनरत मिले। बताया गया कि शेष बच्चे अपने अपने घरों पर अवकाश पर चले गये इसके बाद वापस नहीं आये।
विद्यालय में कई शिक्षिकायें और शिक्षक भी गायब मिले। कारण पूछने पर बताया गया कि जुलाई से अभी तक यह विद्यालय में आकस्मिक रूप से ही आते जाते रहते हैं। कुछ का अवैतनिक अवकाश पर रहने का प्रार्थनापत्र भी विद्यालय की उपस्थिति पंजिका में रखा मिला।
जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी नरेन्द्र शर्मा को खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि उनके द्वारा विगत 19 नवम्बर और बीईओ राजेपुर द्वारा 20 नवम्बर को इस विद्यालय के निरीक्षण में क्या यह अव्यवस्थायें नहीं दिखायी दीं। उन्होंने बीएसए नरेन्द्र शर्मा को निर्देशित किया कि जो भी अध्यापक/अध्यापिका विद्यालय से गायब रहते हैं। उनके विरुद्व निष्कासन कार्यवाही अमल में लायें।
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जिलाधिकारी विद्यालय की कक्षाओं में गये और बालिकाओं से पढ़ाई के बारे में पूछा। उनके भोजन, दवा इत्यादि के विषय में भी हालचाल पूछा। विद्यालय के बच्चों के शयन कक्ष में जाकर उनके बिस्तर, रजाई, स्वेटर तथा ड्रेस के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की तो बताया गया कि पर्याप्त मात्रा में बिस्तर रजाई उपलब्ध पायी गयी। जिलाधिकारी ने बार्डन को तुरन्त बच्चों को ड्रेस दिये जाने के निर्देश दिये।
डीएम ने विद्यालय में बच्चों के भोजन वितरण का भी निरीक्षण किया। बच्चों को हाथ से चावल परोसने पर कुमार ने बार्डन संतोष पाठक को खरी खोटी सुनाई। जिसके बाद जिलाधिकारी ने शाम पांच बजे अपने कैम्प कार्यालय में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक तथा विद्यालय की बार्डन को समस्त अभिलेखों के साथ तलब करते हुए निर्देशित किया कि वे स्पष्टीकरण दें।