विकासमंच के हंगामे के बाद मजिस्ट्रेट ने लिया ज्ञापन, जांच के निर्देश

Uncategorized

FARRUKHABAD : लोहिया अस्पताल की अनियमितताओं से आक्रोषित फर्रुखाबाद विकास मंच के कार्यकर्ता सुबह से ही अनशन पर बैठ गये थे। काफी देर हंगामे और नारेबाजी के बाद अतिरिक्त मजिस्ट्रेट ने पहुंचकर ज्ञापन लिया और सीएमएस के खिलाफ जांच के निर्देश दिये।

atirikt majistrate shri ram sachanअनशन पर बैठे कार्यकर्ताओं को कई मरीज ऐसे दिखाई दिये जो लाइट न आने के अभाव से अपना एक्स-रे व अल्ट्रासाउण्ड नहीं करा पा रहे थे। जिसको लेकर कार्यकर्ता आपातकालीन बार्ड के अंदर पहुंच गये और जमकर हंगामा किया। सीएमएस से भी फोन पर बात की गयी। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सीएमएस ने फोन पर समस्या सुनने के बजाय गाली गलौज कर दिया। जिस पर कार्यकर्ता और उग्र हो गये और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ कार्यकर्ता सीएमएस ए के मिश्रा के आवास पर भी गये और उन्हें घेरने का प्रयास किया लेकिन वह घर से बाहर नहीं निकले।

vikas manchआपातकालीन बार्ड के मुख्य द्वार पर बैठे विकास मंच कार्यकर्ताओं के हंगामे की खबर सुनकर शहर कोतवाल रूम सिंह यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। सूचना मिलने पर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट श्रीराम सचान लोहिया अस्पताल पहुंचे और कार्यकर्ताओं से बात की। वार्ता के दौरान संगठन के नगर अध्यक्ष राहुल जैन व जिला उपाध्यक्ष शिवेन्द्र यादव ने उन्हें अस्पताल के अंदर चलने को कहा और अंदर चलकर अस्पताल की गंदगी, ध्वस्त बिजली व्यवस्था को देखने की बात कही। जिस पर श्री सचान आपातकालीन बार्ड में पहुंचे और स्थिति से रूबरू हुए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा दिये गये ज्ञापन पर शीघ्र कार्यवाही होगी। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के सामने ही विकास मंच के कार्यकर्ताओं ने घोषणा की अगर 20 सितम्बर तक उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया तो अगली बार कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन अनशन करेंगे। अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के आश्वासन के बाद मंच कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंप दिया।

[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]

सीनाजोरी – अतिरिक्त मजिस्ट्रेट के बुलाने पर भी नहीं आये सीएमएस
फर्रुखाबाद: मंच कार्यकर्ताओं से फोन पर गाली गलौज का मामला तो तूल पकड़ा ही साथ ही साथ इलाज के अभाव से रो बिलख रहे मरीजों की व्यथा सुनने के बाद अतिरिक्त मजिस्ट्रेट श्रीराम सचान ने मौके पर मौजूद चिकित्सक से कहा कि सीएमएस को तत्काल मौके पर बुलाया जाये। चिकित्सक ने फोन पर सीएमएस से बात की और उन्हें यथा स्थिति से अवगत कराया। लेकिन वह उच्चाधिकारी के आदेश के बाद भी मौके पर नहीं आये। जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट श्रीराम सचान कार्यकर्ताओं को आश्वासन देकर वापस लौट गये।