FARRUKHABAD : पहले बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा स्थानीय दुकानदार और नागरिकों से ट्रांसफार्मर बदलने को लेकर अवैध वसूली के साथ-साथ उनका मानसिक शोषण कई महीनों से चल रहा था। इससे पूर्व भी सेन्ट्रल जेल चैराहे का 25 केबीए का ट्रांसफार्मर कई बार फुक चुका है। ट्रांसफार्मर फुकने से कई मोहल्लों में अंधेरा तो होता ही है, साथ ही साथ व्यापारियों को भी काफी समस्या का सामना करना पड़ता है।
[bannergarden id=”11″][bannergarden id=”17″]
इस बार भी 10 दिन पूर्व सेन्ट्रल जेल चैराहे पर लगा ट्रांसफार्मर फुक गया तो छोटे कर्मचारियों के चेहरों पर मुस्कान तैर गयी क्योंकि अब उन्हें पुनः वसूली का जरिया मिल गया। दुकानदारों और नागरिकों के पास सूचनायें पहुंचने लगीं कि खर्चे पानी के बाद ही ट्रांसफार्मर बदला जायेगा और खर्चापानी भी तकरीबन 10 हजार रुपये। लेकिन इस बार नागरिकों ने कुछ और ही ठान ली और घूस देने से मना कर दिया। जब विभाग के कर्मचारियों को खर्चा नहीं दिया गया तो उन्होंने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया।
[bannergarden id=”18″][bannergarden id=”8″]
आक्रोषित नागरिकों व व्यापारियों ने सेन्ट्रल जेल मुख्य चैराहे पर बेंचें, सीड़ी व डन्डे डालकर जाम लगा दिया और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। आखिर मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में पहुंचा तो अधिकारियों की हवाइयां उड़ गयीं। सूचना पर फतेहगढ़ कोतवाल मौके पर पहुंचे तो नागरिकों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा। कोतवाल के आश्वासन के बाद जाम खुल सका। कुछ ही देर बाद ट्रांसफार्मर बदल कर आपूर्ति चालू कर दी गयी।
सेन्ट्रल जेल चैराहे पर लगे 25 केबीए के ट्रांसफार्मर पर क्षमता से अधिक लोड होने की बजह से आये दिन फुक जाता है। क्योंकि ट्रांसफार्मर पर कनेक्शनों से ज्यादा कटिया चलवाकर लाइनमैन और जेई के उवारे न्यारे चल रहे हैं। जिसका खामियाजा आये दिन स्थानीय नागरिकों को भुगतना पड़ता है। जाम लगने से चैराहे के चारो तरफ वाहनों की काफी लम्बी लाइनें लग गयीं और बरेली इटावा मुख्य मार्ग अवरुद्व हो गया। इस दौरान धर्मेन्द्र कटियार, विकास कुमार, सूरज सिंह, योगेन्द्र सिंह चैहान, बच्चू सिसोदिया, अजय यादव, पिन्टू यादव, रामलड़ैते मास्टर, मुन्नी देवी, ओमकार, अरविंद कुमार, निर्देश सक्सेना, अरविंद सक्सेना, राजेन्द्र सिंह, सविता, संदीप, मंजेश, अजय पाल सिंह, शिंकू आदि नागरिक व व्यापारी मौजूद रहे।