FARRUKHABAD : शहर कोतवाली क्षेत्र के रेलवे रोड स्थित दीपक टाकीज में मजार टूटने की सूचना पर कुछ लोगों ने अपत्ति जतायी तो सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट व क्षेत्राधिकारी नगर मौके पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल की।[bannergarden id=”11″]
रेलवे रोड पर पुराने व्यवसायी योगेन्द्र भल्ला, मुकेश भल्ला पुत्र इन्द्रदेव भल्ला के दीपक व किरन टाकीज थे। दोनो सिनेमा हालों को उन्होंने मैनपुरी के दुष्यंत प्रताप सिंह चौहान के हाथों तकरीबन डेढ़ वर्ष पूर्व बेच दिया था। खरीदने वाले दुष्यंत प्रताप टाकीज तुड़वाकर प्लाटिंग करवा रहे हैं। दीपक टाकीज को तोड़े जाने का काम चल रहा था। तभी उसमें किसी मजार के तोड़े जाने की सूचना पर कुछ लोगों ने आपत्ति जतायी और कहा कि टाकीज में वर्षों पुरानी मजार थी। जिसे टाकीज तोड़ रहे कर्मचारियों ने तोड़ दिया था। मजार टूटने की सूचना पर नगर मजिस्ट्रेट रामअभिलाष पटेल व क्षेत्राधिकारी नगर योगेन्द्र कुमार सिंह शहर कोतवाल के साथ घटना स्थल पहुंचे और मामले की[bannergarden id=”8″] जांच पड़ताल की। मौके पर टाकीज विक्रेता की तरफ से अधिवक्ता मुदित मिश्रा भी पहुंचे और मामले में सफाई देते हुए उन्होंने बताया कि टाकीज में मजार नहीं थी वल्कि वहां ‘अर्टीफिशियल’ मजार थी जो हर टाकीज में एक प्रतीक के रूप में स्थापित की जाती है।
इस सम्बंध में क्षेत्राधिकारी नगर योगेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि कोई भी मजार तोड़ी नहीं गयी। जांच के दौरान वहां मजार के कोई अवशेष नहीं मिले। फिर भी अगर मामला साफ नहीं होता है तो जांच की जायेगी। नगर मजिस्ट्रेट रामअभिलाष पटेल ने बताया कि सूचना के आधार पर जांच की गयी थी। किसी भी व्यक्ति द्वारा शिकायत नहीं की गयी थी। इसके बावजूद भी पूरे मामले को जांच के बाद में साफ किया जायेगा।