फर्रुखाबाद: प्रजा पिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय जय नरायण वर्मा रोड फतेहगढ़ के प्रांगण में सुबह 9 बजे से 77वें महाशिवरात्रि के अवसर पर सबका मालिक एक- शिव परम पिता परमात्मा विषय पर एक अध्यात्मिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त मंत्री सतीश दीक्षित ने कहा कि शिवरात्रि महापर्व उस परम श्रद्धेय जगत पिता शिव परमात्मा के अवतरण दिवस की यादगार है|
श्री दीक्षित ने कहा कि आज की दुखी व अशान्त आत्माओं को पुनः सर्व शक्तिमान परमात्मा से शक्तियां प्राप्त करने तथा वरदान, सानिध्य व संरक्षता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ब्रह्माकुमारी आश्रम जिसका मुख्यालय माउण्ट आबू है। एक राजयोग का ध्यान केन्द्र है। यहां आने के बाद ये व्यक्ति अपनी बुराइयों को छोड़कर एक अच्छा इन्सान बनके एक अच्छा समाज बना सकते हैं।
केन्द्र प्रभारी बी के सुमन दीदी ने बताया कि शिवरात्रि का पर्व ही हीरे तुल्य जयंती है। यदि इंसान वर्तमान समय में इस विश्व के रक्षक निराकार विश्व परमात्मा जो सारे विश्व के परम पिता है, उनके स्वरूप को पहचान लें और अपने मन की डोर उस प्रभु से जोड़ना शुरू कर दे तो उसके जीवन में सफलताओं का अम्बार लग जायेगा और उसका जीवन सफल हो जायेगा।
आज के दिन आश्रम के प्रांगण में सभ्ी अतिथियों ने ध्वजारोहण किया तथा दीप प्रज्वलन करके संसार की ज्योति जगे इसकी शुभकामनायें की। शिव जयन्ती पर्व में परमात्मा शिव का दिव्य जन्म दिन केक काटकर मनाया गया।
कार्यक्रम में भारत विकास परिषद के अध्यक्ष भ्राता सुरेश गुप्ता ने बताया हमारे इतिहास में साधना आराधना, व्रत, उपवास की प्रथा बनी रही है। ईश्वर के समीप जाके आत्मा अपने पापों से मुक्त होती है तथा अपने जीवन में सुख व समृद्धि प्राप्त कर सकता है।
जनता इण्टर कालेज के रिटायर्ड प्रिंसपल भ्राता राममुरारी शुक्ल ने कहा कि भगवान भावना के भूखे हैं। सच यह है कि शिव ने ही पूर्व काल में रामराज्य स्थापित किया था जो महात्मागांधी चाहते थे। भारत को हीरे तुल्य बनाने वाला ज्ञान दर्शन का राजयोग प्रसिद्ध है। वर्तमान समय वही चल रहा है चाहे वह हिन्दू, मुसलमान, सिख, ईसाई हो, सबका मालिक शिव परमात्मा एक वरदानों से झोली भरने आ चुके हैं।
इस कार्यक्रम में प्रधानाचार्य रोजी पब्लिक स्कूल, श्री कृष्ण कुशवाह, सुरेन्द्र मिश्र, दिवाकर नन्द दुबे, पुष्पा सूद आदि उपस्थित रहे। वीके सिंह ने संचालन किया। इस दौरान कुमारी दिव्या, दीप्ति ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। अनुराग मिश्रा, विजय, जयदेव, आई, बीरबल आदि मौजूद रहे।