फर्रुखाबाद: भ्रष्टाचार से लड़ते लड़ते शहीद हुआ है आनंद राजपूत| वो एक शिक्षा विभाग का काबिल शिक्षक और RTI एक्टिविस्ट था| जिन लोगो के खिलाफ उन्होंने भ्रष्टाचार का बिगुल फूका था उनमे से भी कातिल हो सकता है| उनकी क़ुरबानी व्यर्थ नहीं जाएगी| कबिनेट मंत्री ने कहा कि वे स्वयम बेसिक शिक्षा विभाग के खिलाफ RTI से सम्बन्धित अपील के लिए लखनऊ कई बार गए| उसकी उठाई आवाज दूर तक जाएगी| उन्होंने बताया कि एस पी से उनकी बात हुई है, उन्हें भी आनंद प्रकाश के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए उन्हें कहा है| ये बात सतीश दीक्षित ने पोस्टमार्टम हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही|
सतीश दीक्षित आनंद प्रकाश वर्मा के पोस्टमार्टम के दौरान पोस्ट मार्टम हाउस पहुचे| शिक्षको से बात करते करते श्री दीक्षित की आँखों में आंसू आ गए| कई शिक्षको ने उन्हें अपने विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार और शिक्षको के साथ हो रहे अन्याय के बारे में बताया| शिक्षको ने कहा कि उन्हें चपरासी बनाकर रख दिया है विभाग ने| सब्जी लेने जाओ, कोटेदार से राशन लेने जाओ| ये सब काम अब शिक्षक को करने पड़ रहे है| ज्ञात हो कि आज दिन के ग्यारह बजे मोहम्दाबाद ब्लाक के एक हेडमास्टर आनंद प्रकाश की हत्या प्रधान के घर से मिड डे मील का राशन लेने के लिए जाते समय गोलियों से भून कर कर दी गयी|
पोस्ट मार्टम हाउस में लगभग एक हजार से अधिक शिक्षक पंहुचा था| हर तरफ इस क़त्ल की घोर भ्रत्सना हो रही थी| वे भी घडियाली आंसू बहते देखे गए जो दागी भवन प्रभारी माफिया है या फर्जी दस्ताबेजो से नौकरी पाए शिक्षक| इन्ही चोरो के खिलाफ आनंद राजपूत ने अभियान छेड़ रखा था|
प्रदेश के काबिना मंत्री का दर्जा पाए सतीश दीक्षित खुद भी बेसिक शिक्षा विभाग में RTI का जबाब न मिलने पर आयोग का चक्कर लगा चुके है| फर्जी सूचना देने या सूचना न देने में अव्वल बेसिक शिक्षा विभाग घोटालो का भंडार अपनी फाइलों में सहेजे है|