वैवाहिक जीवन में जहर घोल सकते है बेडरूम के वास्तु दोष

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विवाह एक ऐसा स्थान है, वहां पर जो है, वह उस स्थान से बाहर निकलना चाहता है, और जो नहीं वह पहुंचने के लिए व्याकुल है। प्रत्येक नवयुवक/नवयुवती अपने दाम्प्त्य जीवन को सुखमय व्यतीत करने के लिए विभिन्न प्रकार के सपने अपने जेहन में संजोये होते हैं। परंतु छोटा सो वास्‍तु दोष के चलते तमाम प्रकार की भौतिक सुख-सुविधायें होने के बावजूद भी सपने अधूरे अधूरे रह जाते हैं।

आखिर ऐसा क्यों है? हो सकता है आपके कमरे में वास्‍तु दोष हो, और आपको पता तक नहीं हो। खैर हम आपको दे रहे हैं ऐसी टिप्‍स, जिनके माध्‍यम से आप अपने वैवाहिक जीवन में आनंद की वर्षा कर सकते हैं। इसके लिये वास्तु के इन नियमों का पालन अवश्य करें।

1. महिलायें ससुराल आने के बाद मुख्यद्वार से जब अपने बेडरूम की ओर बढ़े तो बहुत तेजी से बेडरूम में न जाये। नासिका का जो स्वर चल रहा हो, वही पैर आगे बढ़ाकर धीमी गति से बेडरूम में प्रवेश करें।

2. बेडरूम में रोमांस बनायें रखने के लिए सुंदर आकृतियों को लगायें। जैसे- छोटे बच्चों की तस्वीरें, कैंडल्स, गुलाब के फूलों की पेंटिग आदि।

3. विवाह के शुरूआती दिनों में अपने बेडरूम को लाल रंग से सजायें। जैसे- लाल रंग की बेड सीट, लाल रंग का प्रकाश आदि। सम्भव हो तो लाल रंग के फलों का भी सेंवन करना चाहिए।

4. बेड के सामने या पीछे मिरर नहीं होना चाहिए। यदि जगह की कमी के कारण मिरर रखना मजबूरी है तो उसे कपड़े से ढक कर रखें। बेडरूम में दर्पण होने से सम्बन्धों में निगेटिव एनर्जी का प्रभाव पड़ता है।

5. बेडरूम में किसी प्रकार का पौधा न रखें। पानी में नमक मिलाकर बेडरूम में पोंछा लगाना चाहिए।

6. बेडरूम से पानी वाली वस्तुओं को दूर रखना चाहिए। पानी का प्याला, मछली घर बेडरूम में कदापि न रखें।

7. बेडरूम में बेड पर केवल एक गद्दे का इस्तेमाल करना चाहिए। दो गद्दों का प्रयोग वैवाहिक जोड़े के भविष्य के लिए हानिकारक माना जाता है।

8. बेडरूम के मुख्यद्वार पर शाम के समय थोड़ा सा कपूर जलाना चाहिए, जिससे वहां की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है।