संघ समेत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन [राजग] ने भी गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को करारा झटका दिया है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने उनकी पीएम पद की दावेदारी खारिज कर दी है। पार्टी में रायशुमारी के बाद संघ ने यह फैसला किया है। संघ के मुताबिक मोदी का नाम पीएम पद के लिए आगे करने से उसे नुकसान हो सकता है और भ्रष्टाचार और महंगाई का मुद्दा उनके सामने खत्म हो सकता है।
दरअसल संघ के इस फैसले के पीछे कई वजह हैं। मोदी की पीएम पद की दावेदारी पर जहां कांग्रेस समेत अन्य पार्टियां भाजपा को धर्मनिरपेक्षता के नाम पर घेर सकती हैं, वहीं राजग के कुछ घटक दल उससे दूर भी जा सकते हैं। वैसे भी जदयू पहले ही साफ कर चुका है कि वह नरेंद्र मोदी को बतौर प्रधानमंत्री स्वीकार नहीं कर सकता है, भले ही उसको राजग का साथ छोड़ना पडे़।
इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पिछले कई दिनों से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से बात कर रहा था। इसकी कमान संघ के भैयाजी जोशी और सुरेश सोनी के हाथों में थी। इन्होंने भाजपा के लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी, अरुण जेटली से बात की थी।
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी रविवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मिलने नागपुर गए थे।