कमालगंज (फर्रुखाबाद): थाना कमालगंज क्षेत्र के ग्राम टाडा बहरामपुर में पुलिस द्वारा बीते पांच सितम्बर को बरपाये गये कहर से जहां पूरा गांव सकते में आ गया था वहीं कुछ वृद्व भी पुलिस की पिटायी का शिकार हुए थे। जिसके बाद परिजन वृद्वों को अकेले घर में छोड़कर अपनी जान बचाकर भाग गये थे। जेएनआई ने घर में पड़े भूखे प्यासे वृद्वों की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसमें परिजनों के भाग जाने के बाद वह कई घंटों तक एक दो घूंट पानी तक के लिए तरस गये। जिसके चलते आज एक वृद्व की पुलिस की पिटायी से सदमें में आने से मौत हो गयी।
विदित हो कि बीते 5 सितम्बर को पुलिस द्वारा महिला मालती जाटव की सुपुर्दगी के लिए गये थानाध्यक्ष सुनील तिवारी से ग्रामीणों की मारपीट हो जाने से खिसियाये पूर्व थानाध्यक्ष ने ग्रामीणों पर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से फायर भी कर दिये थे। जिससे आक्रोषित ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष की फायरिंग से बचने के लिए उनकी पिटायी कर दी। अपनी पिटायी से आपा खो चुके थानाध्यक्ष घटना के तीन दिन बाद देर रात तकरीबन 11 बजे टाडा बहरामपुर पहुचं गये थे और ग्रामीणों पर कहर बरपाकर पूरे गांव को तहस नहस कर दिया था। जिससे कई ग्रामीण गांव से पलायन कर गये थे और कई लोग खेतों में जाकर छुप गये थे। जानवर घरों में भूखे बंधे रहे वहीं पुलिस की मार से घबराये लोग घर छोड़कर फरार हो गये और घर पर वृद्व अकेले कई घंटों तक पड़े रहे। पुलिस ने वृद्वों के साथ भी हाथापाई की। वहीं मंगलवार को टाडा बहरामपुर निवासी वृद्व गेंदनलाल पुत्र बद्री प्रसाद की मौत हो गयी। मृतक के इकलौते पुत्र राजेश ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा उनके पिता को मारपीट कर चारपाई के नीचे फेंक दिया गया था। जिसके बाद वह कई घंटों तक जमीन पर ही भूखे प्यासे दर्द से तड़पते रहे। कई घंटों बाद बचे खुचे ग्रामीणों ने उन्हें चारपाई पर लिटाया। लेकिन उसी दिन से वृद्व गेंदनलाल ने पुलिस की मार दहशत में आकर खाना पानी छोड़ दिया। राजेश ने आरोप लगाया कि पुलिस की मार से उसका पिता गेंदनलाल सदमें में आ गये थे। इसकी बजह से उसके पिता की मौत हो गयी। घटना से पूर्व पिता पूरी तरह से स्वस्थ थे। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार घटियाघाट पर कर दिया गया।