अनुपस्थित शिक्षकों की सेवा पुस्तिका से छेड़छाड कर खण्ड शिक्षा अधिकारी कर रहे कार्यमुक्त

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फर्रुखाबाद: शासन द्वारा अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण पर शिक्षकों को अनिवार्य रूप से 31 अगस्त तक कार्यमुक्त करने के निर्देश प्राप्त होने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों के कार्यमुक्ति के लिए जारी प्रारूप एवं निर्देशों में सेवा पुस्तिका, विद्यालय अभिलेख, अदेय प्रमाणपत्र आदि सम्बंधित प्रधानाध्यापक एवं खण्ड शिक्षा अधिकारियों से लेने थे। शिक्षकों द्वारा अपने सेवाकाल में लिये गये चिकित्सावकाश एवं अनुपस्थिति, निलंबन आदि की दण्डात्मक कार्यवाहियों को खण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा अभिलेखों में छेड़छाड़ कर सेवा पुस्तिका में अंकित नहीं किया गया है।

ऐसा ही एक मामला कमालगंज विकासखण्ड के प्राथमिक विद्यालय कतरौली की सहायक अध्यापिका अमिता तिवारी के जनपद कानपुर नगर के कार्यमुक्ति के दौरान इसी विद्यालय की प्रधानाध्यापिका  रागिनी सक्सेना से खण्ड शिक्षा अधिकारी कमालगंज जेपी पाल द्वारा अमिता तिवारी द्वारा लिये गये चिकित्सावकाश एवं अनुपस्थिति को उपस्थिति पंजिका एवं पत्र व्यवहार पंजिका से छेड़छाड़ कर उपस्थित दिखा दिया गया। इनका चिकित्सावकाश सेवा पुस्तिका में भी अंकित नहीं किया गया। अमिता तिवारी द्वारा लिया गया प्रसूतावकाश को ही सेवा पुस्तिका में ही अंकित किया गया है। अमिता तिवारी कतरौली प्राथमिक विद्यालय में 21 जनवरी 2008 से कभी विद्यालय से अनुपस्थित रहीं तो कभी चिकित्सीय अवकाश पर। विद्यालय न जाना पड़े इसलिए अमिता तिवारी द्वारा प्रसूतावकाश भी लिया गया। विदित हो कि शिक्षकों द्वारा लिये जाने वाले चिकित्सावकाश, प्रसूतावकाश, अनुपस्थिति, निलंबन, वेतन रोकने आदि कार्यवाहियों का अंकन करने के आदेश सेवा पुस्तिका में शिक्षा अधिकारियों को दिये जाते हैं। ब्लाक वेतन लिपिक एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी इन आदेशों को सेवा पंजिका में अंकित नहीं करते हैं।

जनपद के लगभग आधा दर्जन ऐसी शिक्षिकाओं का स्थानांतरण हुआ है जिनको विद्यालय से लंबी अवधि के अनुपस्थित रहने पर सेवा समाप्ति का नोटिस दिया जा चुका है। उन शिक्षिकाओं के भी सेवा समाप्ति नोटिस, निलंबन अनुपस्थिति आदि का भी अंकन सेवा पुस्तिकाओं में नहीं किया गया। विकासखण्ड शमशाबाद के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गढ़ी नगला की सहायक अध्यापिका संगीता यादव का अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण जनपद सीतापुर हुआ है। इस शिक्षिका को विकासखण्ड बढ़पुर के प्राथमिक विद्यालय महरूपुर सहजू में विद्यालय न जाने पर सेवा समाप्ति का नोटिस दो वर्ष पूर्व दिया गया था। विभागीय अधिकारियों ने इस शिक्षिका के अनुपस्थिति के दिवसों को चिकित्सा अवकाश में बदल कर उसकी सेवा समाप्ति न कर उसे विद्यालय न जाना पड़े इसके लिए पुरस्कार स्वरूप पूर्व माध्यमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक पद पर पदोन्नति देते हुए पूर्व माध्यमिक विद्यालय गढ़ी नगला शमशाबाद में तैनाती दे दी गयी थी। श्रीमती संगीता यादव गढ़ी नगला में भी कभी शिक्षण कार्य करने नहीं गयीं। विद्यालय के उपस्थिति रजिस्टर में भी संगीता यादव का नाम दर्ज नहीं है। खण्ड शिक्षा अधिकारी शमशाबाद की मिलीभगत से फर्जी उपस्थिति पर इस शिक्षिका को वेतन भुगतान होता रहा। समायोजन के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी शमशाबाद द्वारा दी गयी स्टाफ स्टेटमेंट में भी संगीता यादव का नाम पूर्व माध्यमिक विद्यालय गढ़ी नगला में नहीं दिखाया गया। उच्च स्तरीय सम्बंध होने के कारण इस शिक्षिका का स्थानांतरण जनपद सीतापुर हो गया है।

शमशाबाद विकासखण्ड के ही प्राथमिक विद्यालय काशिमपुर तराई में तैनात सहायक अध्यापिका सुषमा मिश्रा भी विद्यालय से लगातार लम्बी अवधि तक अनुपस्थित रहीं। पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा0 कौशल किशोर द्वारा 6 माह पूर्व दिनांक 10 फरवरी 2012 को किये गये निरीक्षण में विद्यालय उपस्थिति पंजिका में सुषमा मिश्रा सहायक अध्यापिका से 11 जुलाई 2011 से लगातार बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने पर सेवा समाप्ति का नोटिस दिनांक 14     फरवरी को दिया था। अब उक्त शिक्षिका का अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण जनपद कानपुर नगर हो गया है। इनकी भी सेवा पंजिका में सेवा समाप्ति नोटिस का अंकन शमशाबाद खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा नहीं किया गया है।