बालगृह पर सीएम का छापा: फर्जी कर्मचारी नदारद, एवजी पर पढाती मिलीं अनाम शिक्षिकायें

Uncategorized

फर्रुखाबाद: सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने जसमई स्थित छक्कूलाल बालगृह का औचक निरीक्षण किया। जिसमें पूर्व की भांति पुनः खामियां मिलने पर अधीक्षक की जमकर क्लास लगायी।

जसमई दरबाजा कायमगंज बाईपास पर स्थित छक्कूलाल बालगृह में निरीक्षण के लिए पहुंचे सिटीमजिस्ट्रेट मनोज कुमार कई खामियां देखकर विफर गये। उन्होंने कुछ समय पहले जब छक्कूलाल बालगृह का निरीक्षण किया था तभी बालगृह निरीक्षक रमेशचन्द्र को कुछ निर्देश दिये थे। सिटी मजिस्ट्रेट ने आज पुनः पूर्व में दिये गये निर्देशों की जांच की तो पाया कि बालगृह अधीक्षक ने अभी तक कोई सुधार नहीं करवाया। न ही कम्प्यूटर ठीक किया गया, न ही सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा बताया गया लोहे का जंगला बदला गया। इसके अलावा पांच कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये। जिसमें चिकित्सक राकेश कुमार, भण्डारण लिपिक छविनाथ सिंह, रसोइया हरेन्द्र, चतुर्थश्रेणी कर्मचारी, सुनील व ममतेश कुमार अनुपस्थित पाये गये। इसके अलावा प्रतिदिन शिक्षण कार्य कराने आने वाली अध्यापिका बबिता पाठक व रीमा दुबे का नाम रजिस्टर में अंकित नहीं था। सिटी मजिस्ट्रेट ने इस सम्बंध में बालगृह के अधीक्षक रमेशचन्द्र से बात की जिस पर उन्होंने मामला संस्था के सचिव पर टाल दिया।

पढ़ाई कर रहे छात्र हिमांशु व कमल से पूछताछ के दौरान उनकी नजर बालगृह में टंगे बच्चों को पढ़ाने वाले चार्ट पर गयी। कटा हुआ चार्ट देखकर सिटी मजिस्ट्रेट का पारा चढ़ गया और उन्होंने बालगृह अधीक्षक की जमकर क्लास लगा दी। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति पुनः ठीक नहीं हुई तो कार्यवाही की जायेगी। इस दौरान उन्होंने बालगृह भवन का भी निरीक्षण किया तो पाया कि भवन बिना नक्से के बनाया गया है। जिस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने अधीक्षक की पुनः क्लास लगा दी। वहीं अधीक्षक ने सिटी मजिस्ट्रेट के सामने बजट न होने का भी दुखड़ा रोया। विदित हो कि बालगृह में इस समय आठ अनाथ बच्चों की देखभाल की जा रही है। सिटीमजिस्ट्रेट ने बच्चों के लिए किताबें उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।

सिटी मजिस्ट्रेट मनोजकुमार ने बताया कि पूर्व में दिये गये निर्देशों का बालगृह अधीक्षक द्वारा सुधार नहीं किया गया। पूर्व की भांति ही सारी कमियां पायी गयीं। जिस पर बालगृह अधीक्षक पर कार्यवाही की जायेगी।