उफनाती गंगा देख लोगों ने ढहाने शुरू किये अपने ही आशियाने

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शमशाबाद (फर्रुखाबाद): गंगा का जल स्तर विगत 24 घंटों में 20 सेन्टीमीटर बढ़कर 135.95 मीटर पर पहुंच गया है। गंगा का जल स्तर बढ़ते देख तराई क्षेत्र के ग्रामीणों ने मेहनत की कमाई से खड़े किये अपने ही आशियाने ढहाने शुरू कर दिये हैं। सिंचाई विभाग की ओर से तैयार पैरापैट और तटबंध बाढ़ की दस्तक के साथ ही धोखे की टट्टी साबित हो रहे हैं।

नरौरा बांध से लगातार भारी मात्रा में पानी छोडे जाने के कारण गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। विगत 24 घंटों में गंगा का जल स्तर 20 सेन्टीमीटर बढ़कर शनिवार को 136.95 मीटर पर पहुंच गया है। कमालगंज से लेकर राजेपुर शमशाबाद व कायमगंज के तराई क्षेत्रों के ग्रामों में ग्रामीण बाढ़ की विभीषिका से बुरी तरह भयभीत हैं।
शमशाबाद क्षेत्र के ग्राम काशिमपुर में तो ग्रामीणों ने अपनी मेहनत की कमाई से खड़े किये पक्के मकान तक तोड़ना शुरू कर दिये हैं। बाढ़ सिर पर देखकर ग्रामीण अब घरेलू सामान और मवेशियों के साथ इन मकानों की ईंटें बचाने के प्रयास में जुट गये हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को बाढ़ की विभीषिका से बचाने के नाम पर करोड़ों रुपये की कीमत से तैयार तटबंध और पैरापेट बाढ़ की पहली दस्तक में ही धोखे की टट्टी साबित हो रहे हैं। सिंचाई विभाग द्वारा बनाये गये तटबंधों में प्रयुक्त घटिया सामग्री के चलते इनमें लगी बोरियां फटने लगीं हैं। इससे ग्रामीणों में और भी दहशत का माहौल है।