पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के गृह जनपद में शिवरात्रि के दिन मंदिर में दलितों को जल चढ़ाने से रोकने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को गांव गंगेरु में हुई पंचायत में दलितों ने मंदिर में जाने से रोकने वाले पुजारी समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर धर्म परिवर्तन की धमकी दी है। दलितों ने शासन-प्रशासन को कार्रवाई के लिए पांच दिन का वक्त दिया है। आरोप है कि प्रबुद्धनगर जिले के बादलपुर थाना क्षेत्र के भोलरावल गांव में दलितों को शिवरात्रि के दिन मंदिर के पुजारी व उसके समर्थकों ने शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाने दिया था। प्रशासन ने तब ऐसी किसी घटना से इन्कार किया था। गुरुवार को मसले पर दलितों ने पंचायत बुलाई थी। रामचंद्र की अध्यक्षता में हुई पंचायत में सैकड़ों लोग मौजूद रहे। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि पांच दिन में पुजारी समेत आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो गांव के दलित धर्म परिवर्तन करने को मजबूर होंगे। स्थानीय पुलिस का कहना है कि उन्हें पंचायत की जानकारी नहीं है। फिर भी मामले की जांच कराएंगे।