ग्रहों की चाल- 26 जुलाई 2013 के बाद केतु और गुरु हिलाएंगे वत्सला का सिंघासन

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फर्रुखाबाद: चौंकिये नहीं शहर के नामचीन ज्योतिषी के अनुसार नव निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष वत्सला अग्रवाल अगले एक वर्ष तक ही सत्ता का सुख आराम से भोग सकेंगीं। 25 जुलाई 2013 के बाद वत्सला अग्रवाल की सत्ता पर गृहण लग सकता है। वहीं 18 जुलाई 2012 दिन बुधवार को होने वाली शपथ ग्रहण का दिन अंकगणित के हिसाब से सत्ता भोगने में अत्यंत शुभकारी है। ज्योतिष के अनुसार वृष राशि का का स्वामी शुक्र होने व शुक्र बुध का मित्र होने से अगले एक वर्ष तक वत्सला अग्रवाल को सत्ता का भोग करने को मिलेगा। फिर भी केतु वृष राशि में होने के कारण विरोधी सक्रिय रहेंगे व सत्ता सुख भोगने में व्यवधान पहुंचायेंगें एवं शारीरिक कष्ट भी हो सकते हैं।
अंक गणित पर भारी पड़ेगी नक्षत्र और ग्रहों की चाले-
ज्योतिष अशोक मिश्र शास्त्री के अनुसार 18 जुलाई को होने वाली नगर पालिका अध्यक्ष की शपथ वत्सला अग्रवाल के लिए अंकगणित के हिसाब से शुभकारी होगी। क्योंकि वृष राशि का स्वामी शुक्र है जो नामशेषन (शपथग्रहण) से लेकर 25 जुलाई 2013 तक वृष राशि वाले को राज सत्ता का सुख व भोग कराने में सक्षम है। दिनांक के अनुसार भी 18 को शपथ ग्रहण कराना इसलिए शुभ है क्योंकि 18 का पूर्णांक 1+8 = 9 हो जाता है। जोकि अत्यंत शुभ व लाभकारी है। वहीं 18 जुलाई को ही चतुर्दशी दिन बुधवार है। चतुर्दशी का मतलब यानी 14,  जिसका योग है 1+4= 5, एवं बुधवार सप्ताह का चौथा दिन है। जिससे 5+4= 9 हुआ। अब 9+9 का योग 18 हुआ जिसका पूर्णांक भी 9 हुआ। जिससे वत्सला अग्रवाल के 18 तारीख के शपथ में 9 का तीन बार योग बनता है। जोकि राजसत्ता भोग कराने में सक्षम है।

वहीं उन्होंने यह भी बताया कि केतु वृष राशि में होने के कारण इसमें विरोधी भी सक्रिय रहेंगे। जोकि सत्ता सुख भोगने में व्यवधान उत्पन्न करेंगे। जिससे अशान्ति व आरोपों का सामना करना पड़ेगा।

लेकिन एक वर्ष के उपरांत राज सत्ता में व्यवधान की पूर्ण संभावना है और राजपद भी गृह स्थितियों के प्रभाव से वंचित हो सकता है। एक वर्ष के उपरांत यानी 25 जुलाई 2013 के बाद केतु एवं गुरू अनिष्ट फल देते हुए राज सत्ता में दखल देते हुए शारीरिक कष्ट देने में समर्थ है। जिससे 26 जुलाई 2013 को वत्सला के सत्ता सुख पर गृहण लगने का योग बनता है। किन्तु बुध सहायक होने से लाभ भी मिल सकता है।
पं0 अशोक मिश्र शास्त्री
कर्नलगंज फतेहगढ़, फर्रुखाबाद।