कानून व्यवस्था का नमूना- स्कूल में घुस शिक्षिका की चेन लूटना का प्रयास

Uncategorized

फर्रुखाबाद: प्रशासनिक व्यवस्था गिनती से नहीं इकबाल से चलती है| और जब इकबाल ख़त्म हो जाए तो तमाम फौजों के बाबजूद अराजकता बढ़ ही जाती है| हालात कुछ ऐसे ही है जिले में पुलिस व्यवस्था के| कहीं दबंग किसी कमजोर की जमीन जोत रहे है तो कहीं जान ले रहे है| दबंग कौन है इस सरकार में लिखने की जरुरत नहीं| आम आदमी से लेकर कप्तान तक जानते है| बदला लेने और बदला लेने में सहयोग पुलिस कर रही है| शमसाबाद में शाक्य बिरादरी का गाँव छोड़ जाना हो, राजेपुर में कठेरिओं के मकान फूक देने का मामला हो या फिर मोहम्दाबाद में चुनावी रंजिश में दलित को मौत के मुहाने तक पहुचाने का मामला| जो दरोगा ने कह दिया वही ठीक है| दरोगा मंत्री जी की अनुशंसा पर तैनात है| दरोगा खुश तो मंत्री और कप्तान खुश| जनता का क्या हाल हो रहा है इससे कोई लेना देना नहीं|

कप्तान साहब की कुर्सी सलामत रहे| चौधरी साहब तबादले पर फर्रुखाबाद आये तो लगा कि नौजवान है सीधे आईपीएस बने है| लीक से हटकर कुछ अलग कर दिखायेंगे| मगर इनकी कार्यशैली भी पिछले कप्तानो से इतर नहीं दिखती| सुना है थाने, चौकी और कोतवाली सब अपने आप में सरकार चलाते है| आंकड़ो में कम मुकदमे दर्ज रहे और कप्तान साहब की कुर्सी सलामत रहे| न पुलिस का इकबाल है और न वर्तमान पुलिस को बनाने का कोई शौक| बस नौकरी करो और….|

हालात कुछ बिगड़ से रहे है| चोर उच्चक्के लुटेरे बेख़ौफ़ हो रहे है| फतेहगढ़ में सोमवार 16 जुलाई को दिन के 11 बजे फतेहगढ़ नगर के बीचो बीच एक नौजवान लुटेरा (अराजक तत्व) लाल स्कूल में घुस जाता है| शिक्षिका उषा रानी तिवारी की चेन लूटने का प्रयास करता है और चीखने चिल्लाने पर भाग जाता है| पुलिस कहेगी लूट नहीं हुई| बेमतलब में मीडिया बात का बतंगड़ बना रही है| यही शुरू कर दिया है फर्रुखाबाद में अब पुलिस ने कहना| ज्यादा से ज्यादा जाँच करने के नाम पर प्रार्थना पत्र लेकर दरोगा जेब में खोस लेता है| बस इति श्री| शिकायत लेकर कप्तान साहब के पास लेकर गए तो कप्तान साहब उसी दरोगा से पूछेंगे या उसे ही जाँच के लिए कहेंगे जिसकी कामचोरी के कारण पीड़ित कप्तान के पास पंहुचा| दरोगा कहेगा साहब पार्टी बंदी है विरोधी को झूठा फ़साने का प्रयास कर रहे है| जो शिकायत लेकर आये है यही दबंग है|

अब मैडम जिनकी चेन छिन गयी उन्होंने कई दिनों पहले लड़कियों के स्कूल में बाहरी लड़के को अन्दर घुस कर पानी पीने से मना किया था| आज वो हिम्मत करके दुबारा घुस आया| लड़कियों के स्कूल में पानी पीने के बहाने बाहरी लडको का आना क्या हो सकता है समझना आसान बात है| मैडम का टोका जाना भी ठीक है| आज जब दुबारा वो लड़का पानी पीने के बहाने अन्दर आया तो मैडम ने उसे फिर टोका तो सिला ये मिला कि वो युवक मैडम के गले की चेन पर हाथ डाल उसे लूट कर भाग जाने के लिए प्रयास करने लगा| यानि अब घर में सुरक्षित नहीं| अब पुलिस तो हर जगह नहीं हो सकती मगर पुलिस का इकबाल तो हो सकता है| कैसे होगा कप्तान साहब पहले ही कह चुके है कीमती सामान साथ लेकर न चलो| मगर यहाँ तो मामला अब घर में घुस कर लूटने के प्रयास का शुरू हो चूका है| कप्तान साहब अब क्या करे?