फर्रुखाबाद: प्रधान संघ ने सोमवार को जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी को 6 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिसमें प्रमुखता से कहा गया कि मनरेगा का कार्य कराते समय दूसरी पार्टी को एसडीएम द्वारा तत्काल स्टे दे देने से मनरेगा का काम बाधित होता है।
प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष संतोष यादव के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों के प्रधान जिलाधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे। प्रधानों ने जिलाधिकारी से मांग की कि शहर में लगी ग्राम पंचायतों में अच्छा कार्य नहीं हो पा रहा है। अगर कार्य मिल भी जाता है तो महंगाई के अनुसार लेवर को पर्याप्त मजदूरी नहीं मिल पाती है। कम मजदूरी की बजह से लेवर काम करने को राजी नहीं होती है। क्योंकि शहर के श्रमिकों को 200 रुपये प्रति दिन तक की मजदूरी मिल जाती है।
उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि लेखपाल की गैर मौजूदगी व फोर्स न मिलने के कारण चकरोड एवं तालाबों आदि पर अवैध कब्जे को न हटवा पाना तथा एसडीएम उच्चाधिकारियों द्वारा किसी दूसरी पार्टी को तत्काल स्टे दे देने से मनरेगा का कार्य नहीं हो पा रहा है। पक्के कार्यों को कराने हेतु बालू भी नहीं मिल पा रही है। प्रधानों ने मांग की कि मास्टर रोल में फीड लेवरों के अतिरिक्त किसी भी लेवर को कार्य नहीं मिल पा रहा है। मनरेगा में भी मस्टर रोल द्वारा कई समस्यायें उत्पन्न हो रहीं हैं। लेवर की मर्जी के अनुरूप कार्य न मिल पाना जटिल समस्या है। जिससे मनरेगा कार्य बाधित हो रहा है। 49 ग्राम पंचायतों में केवल दो टीए का होना तथा ग्राम पंचायत अधिकारियों के पास क्षमता से अधिक कार्य होने से मनरेगा कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है।
प्रधान संघ ने मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए शीघ्र उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।