पूर्व सैनिक की गोली मारकर हत्या

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फर्रुखाबाद: थाना मोहम्मदाबाद क्षेत्र के ग्राम धीरपुर निवासी पूर्व सैनिक 45 वर्षीय धु्रव बाथम की बीती रात गोली मारकर हत्या कर दी गयी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी।

परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार धु्रव बाथम तकरीबन 14 वर्ष पूर्व आर्मी में नौकरी करता था। आर्मी से ही उसे दारू पीने की लत लग गयी थी। जिससे वह आर्मी के अधिकारियों व कर्मचारियों से झगड़ा इत्यादि करता रहता था। जिससे उसे 14 वर्ष पूर्व पागल करार देकर नौकरी से निकाल दिया गया था। इधर उसकी पत्नी ने उसे छोड़ दिया। धु्रव के कोई संतान नहीं थी। पांच माह पूर्व धु्रव लोको रोड स्थित राजू गुप्ता के मकान में रहने आया। तब से वह यहीं रह रहा था। राजू गुप्ता की पत्नी मंजू गुप्ता ने बताया कि वह 24 घंटे दारू के नशे में ही धुत्त रहता था। दारू के नशे में आकर घर में अश्लील गाने गाकर परेशान भी करता रहता था।

धु्रव को कई बार कमरा खाली करने के लिए कहा लेकिन वह कमरा छोड़कर नहीं गया। धु्रव के तीन भाई दिल्ली में नौकरी करते हैं और मां पूर्व सांसद चन्द्रभूषण सिंह मुन्नूबाबू की कोठी पर काम इत्यादि किया करती थी। पहले तो लोगों ने जब शव को पड़े देखा तो पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंचे एसएसआई विगन सिंह यादव ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी क्षेत्राधिकारी नगर विनोद कुमार सिंह को दी। सीओ सिटी ने मौके पर पहुंचकर मृतक के बारे में जानकारी ली। मृतक के पेन्ट से मिली डायरी में मिले नम्बरों से उसके मकान मालिक राजू गुप्ता को सूचना दी गयी। राजू गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर मृतक की शिनाख्त धु्रव बाथम के रूप में की। मृतक के पास से विसलरी पानी की खाली बोतल व एक अंग्रेजी शराब का पौआ भी पड़ा मिला। बीड़ी बन्डल व तम्बाकू भी घटना स्थल पर पड़े थे। जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि पहले तो हत्यारे ने मृतक को दारू के नशे में किया तत्पश्चात उसी की बेल्ट से जो टूटी हुई उसके गले में फंसी थी से गला दबाकर हत्या करने के बाद उसके सिर पर कई राउंड गोली चला दीं। जिससे धु्रव की मौके पर ही मौत हो गयी। विदित हो कि धु्रव के मकान मालिक राजू गुप्ता पर कई हत्याओं के मुकदमें चल रहे हैं।

मृतक से मिलने को तैयार नहीं परिजन

घटना पर पहुंची पुलिस काफी जांच पड़ताल करने के बाद जब डायरी में खिले नम्बरों से सम्पर्क किया तो उसी के रिश्तेदार मामले को देखकर कन्नी काटते नजर आये। किसी ने कहा कि मैं अभी बाहर हूं तो किसी ने कहा कि घर पर कोई नहीं है। इसलिए नहीं आ पाऊंगा। शिनाख्त के लिए पुलिस घंटों परेशान रही। तब जाकर मृतक का चचेरा भाई पूर्व शिक्षक खुशीराम पहंुचा। जिसने बताया कि परिवार का कोई भी व्यक्ति धु्रव से मतलब नहीं रखता है। यहां तक कि उसकी सगी बहन मिथलेश पत्नी अशोक निवासी नाला मछरट्टा भी तैयार नहीं है। इसके बाद एस एस आई विगन सिंह श्रीराम को जीप से नाला मछरट्टा मिथलेश के यहां पूछताछ के लिए ले गये।