मनोज का नया दाव- किचन से रिश्ता बनाओ, वोट पक्का कराओ

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फर्रुखाबाद: जनता जागरूक है इस बात को इस जिले में हार कर गए सूरमा नरेश अग्रवाल भी हारने के बाद जान गए| बात कुछ कुछ मनोज को समझ में आ गयी है| लोगो से निजी रिश्ता अधिक वोट दिला सकता है| जीते न जीते मगर रिश्ते बने तो आगे की राजनीति में बहुत काम आयेंगे| अंदाज कुछ कुछ ऐसा ही अपनाया हुआ हैं मनोज और वत्सला अग्रवाल ने| घर घर में घुसे और चाचा चाची कह कर रिश्ते जोड़े, पैर छुए और सर पर हाथ रखवाया| मनोज और वत्सला इन दिनों जनता के साथ इमोशनल जुड़ने का प्रयास कर रहे है| काश ये रिश्ता उन्होंने पहले जोड़ा होता तो शायद आज घर घर जाने की जरुरत न पड़ती| वैसे इसे दूसरी भाषा में इमोशनल ब्लैकमेलिंग भी कहते है| और इमोशनल इंसान हार जीत के बीच में खड़ा होने की कगार पर होता है या फिर दो पैग अन्दर करने के बाद| कैमरे की आँखों से आज का मनोज और वत्सला का चुनाव प्रचार-