फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट साइबर ठगी का नया तरीका है। पढ़े- लिखे लोग भी इसका शिकार हो रहे हैं। जागरूकता और सावधानी ही साइबर ठगी से बचाव है। साइबर ठगी का शिकार होने के बाद का शुरुआती एक घंटा गोल्डन ऑवर होता है। इस अवधि में दर्ज कराई गई शिकायत पर धनराशि वापसी के उम्मीद अधिक रहती है।
साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहें है| आमजन हो या खास, खाकी हो या खादी साइबर ठग हर किसी को नये-नये तरीके से अपना शिकार बना रहे हैं| साइबर अपराधी द्वारा फेसबुक पर लड़की के नाम की फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है, इसको स्वीकार करने पर वीडियो कॉल की जाती है और वीडियो की रिकार्डिंग की जाती है| इसके बद पैसे मांगे जाते हैं| पैसे ना देनें पर वीडियो वायरल करनें की धमकी दी जाती है| ऑनलाइन लेनदेन करनें से पूर्व सही से जांच कर लें, क्योंकि जस्ट डायल के माध्यम से फर्जी ट्रांसपोर्ट कम्पनियों का संचालन किया जा रहा है| पैकर्स मोवेर्स के नाम पर नकद रूपये साइबर अपराधियों द्वारा अपने खातों में डलवा लिया जाता है| ओल्क्स पर कोई सामान की खरीद के लिए आर्मी मैंन बन कर सस्ता सामान बेचने की ठगी करनें वालों से सावधान रहें व सामान देखे बिना पेमेंट न करें| व्हाट्सएप पर किसी प्रकार की अनजानी वीडियो कॉल को ना उठायें| साइबर अपराधियों द्वारा दूर के रिश्तेदार बनकर (सामान्यता गुड़िया का जीजा बनकर) रूपये को फोन-पे व गूगल-पे आदि के माध्यम से लेनदेन किया जा रहा है| बिना जानें किसी भी को अपना ओटीपी आदि साझा ना करें| आपसे खाते का पिन कोर्ड व पासवर्ड व आधार कार्ड को लिंक करनें को लेकर बैंक कभी फोन करके नही पूंछता| ना बैंक अधिकारी किसी प्रकार की जानकारी लेता है| अगर कोई फोन करके आपने जानकारी चाहता है तो कोई ठगी का प्रयास कर रहा होता है| सोशल मीडिया का प्रयोग हद से ज्यादा कर रहे हैं। नई तकनीक का दौर होने से फायदे के साथ साइबर अपराध भी बढ़े हैं। अपराधी ऑनलाइन माध्यम से कॉल करते हैं। परिवार के किसी सदस्य के छेड़छाड़, रेप केस आदि में फंसने की बात कहकर डराते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से परिवार के सदस्य की आवाज भी सुनाते हैं। लोग घबराहट और डर के चलते ठगी का शिकार हो जाते हैं।
इस तरह करें साइबर ठगी की शिकायत
यदि आपने साथ भी साइबर ठगी होती है तो केन्द्रीय गृह मंत्रालय व राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोंटिंग पोर्टल ने cybercrime.gov.in व हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया है| जहाँ आप साइबर ठगी की शिकायत कर सकते हैं|
इन बातों का रखें ध्यान
– सोशल मीडिया अकाउंट पर प्राइवेसी का इस्तेमाल करें।
– मोबाइल पर आने वाले किसी अंजान ईमेल, लिंक को क्लिक न करें।
– सोशल साइट पर एक जैसे पासवर्ड बनाने से बचें।
– अपनी निजी और बैंक संबंधी जानकारी किसी साझा न करें।
– लुभावने विज्ञापनों और लॉटरी के झांसे में न आएं।
– किसी तरह की समस्या हो तो पुलिस की मदद लें।
साइबर अपराध सेल थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार नें बताया कि लोगों को साइबर अपराध से जुड़े मामलों को लेकर लगातार जागरूक किया जाता है| साइबर अपराध को लेकर लोगों को उसके बचाव की अधिक से अधिक जानकारी दी भी जा रही है| साइबर ठगी होनें की स्थित में इसके लिए 1930 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।